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बिजली विभाग में भ्रष्टाचार करने वाले अधिकारियों पर हो सख्त कार्रवाई: ऊर्जा मंत्री एके शर्मा - लखनऊ की खबरें

उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र के साथ शनिवार को शक्ति भवन में अधिकारियों और सभी डिस्काम के प्रबंध निदेशकों के साथ बिजली व्यवस्था की बेहतरी और राजस्व वसूली में बढ़ोत्तरी के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की.

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समीक्षा बैठक
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Published : Jun 4, 2022, 10:04 PM IST

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र के साथ शनिवार को शक्ति भवन में अधिकारियों और सभी डिस्काम के प्रबंध निदेशकों के साथ बिजली व्यवस्था की बेहतरी और राजस्व वसूली में बढ़ोत्तरी के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित करें और बिजली व्यवस्था के कार्यों में लापरवाही व सरकार की जीरो टॉलरेंस के नीति के विपरीत भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के यहां भी मीटर लगाने और व्यवस्थानुसार बिजली उपयोग करने के निर्देश दिए.

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली समस्याओं के समाधान के लिए और व्यवस्था की बेहतरी के लिए अधिक से अधिक आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाए, जिससे लोगों को इसका शीघ्र फायदा मिले. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की भी बिजली व्यवस्था की तकनीक का अध्ययन किया जाए कि कैसे वहां लाइन लास कम किया गया है और लोगों को बेहतर आपूर्ति मिल रही है. उन्होंने कहा कि ट्रांसफारर्मर का जलना बहुत बड़ी समस्या बन गई है इसके लिए ट्रांसफार्मर जलने पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए और सभी डिस्काम इसका सख्ती से अनुपालन कराएं.

ऊर्जा मंत्री ने निर्देशित किया कि ट्रांसफार्मर जलने की वृद्धि में कमी लाने के लिए इसकी क्षमता वृद्धि की जाए, साथ ही विद्युत आपूर्ति में नवीन तकनीक का प्रयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि ट्रांसफारर्मर को नजदीकी केन्द्र पर सुरक्षित तरीके से रखा जाए जिससे कि उसकी सप्लाई में कम समय लगे, इस पर ध्यान दें. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रत्येक डिस्काम यह सुनिश्चित करें कि जितनी बिजली दी जा रही है, उतनी राजस्व वसूली भी हो इस पर विशेष ध्यान दें.

पढ़ेंः सरकारी विभागों पर बिजली का करोड़ों बकाया! वसूली में विभाग के छूट रहे पसीने

विभागीय अधिकारी कर्मचारी ईमानदारी के के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें, जिससे ऊर्जा विभाग को सक्षम बनाया जा सके. उन्होंने प्रत्येक फीडर एवं ट्रांसफारर्मर स्तर तक मॉनीटरिंग करने व प्रिवेंटिव मेंटीनेंस को समय पर करने के निर्देश दिए. कहा कि बेहतर व्यवस्था के लिए सर्विलांस सिस्टम को मजबूत किया जाए, समय-समय पर पेट्रोलिंग भी जाए.

उन्होंने विभाग के माफिया और ऐसे अधिकारियों को सुधारने के लिए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कार्यों में सामंजस्य बनाने के लिए नीचे स्तर तक के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ बैठक की जाए. उपभोक्ताओं के मीटर की रैण्डम/क्रास चेकिंग भी कराई जाए इसके लिए अवर अभियन्ता और सुपरवाईजर फील्ड में इसकी जांच करें. उन्होंने गलतियों को सुधारने की दिशा में हरसंभव प्रयास करने और आपूर्ति के दौरान बार-बार बिजली ट्रिप होने की व्यवस्था में भी सुधार करने के निर्देश दिए.

प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा कि ऊर्जा विभाग सेवा देने वाला विभाग है और जनता के लिए सबसे अच्छी सेवा देना विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है. इसके लिए उन्होंने कहा कि एनर्जी सेक्टर को सस्टेनेबल बनाया जाए. सभी को 24 घंटे बिजली मिले. शत-प्रतिशत वैध कनेक्शन हों. सभी उपभोक्तओं के घर पर मीटर लगे, सभी की सही और समय पर बिलिंग हो और कलेक्शन भी शत-प्रतिशत हों. इसके लिए भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुये एक ठोस कार्ययोजना तैयार करें, साथ ही जटिल प्रक्रिया को सरल भी किया जाए.

पढ़ेंः सरकारी विभागों पर बिजली का करोड़ों बकाया! वसूली में विभाग के छूट रहे पसीने

मुख्य सचिव ने कहा कि व्यवस्था में टेक्नोलॉजी एवं मैनपावर का बेहतर इस्तेमाल करें. आबादी के हिसाब से कनेक्शन कम हैं. सभी को कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिये कनेक्शन अभियान चलाया जाए. उन्होंने पूर्वांचल में 60 लाख व माध्यांचल में 50 लाख कनेक्शन और बढ़ाने के निर्देश दिए. कहा कि विद्युत देयकों की वसूली के लिए अधिशासी अभियंताओं के लिये लक्ष्य निर्धारित करें. मुख्य सचिव ने कहा कि ओटीएस को सफल बनाने के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. इस अभियान में ग्राम प्रधानों को जोड़े, कैंप करें, नोटिस इश्यू करें.

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लखनऊ. उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र के साथ शनिवार को शक्ति भवन में अधिकारियों और सभी डिस्काम के प्रबंध निदेशकों के साथ बिजली व्यवस्था की बेहतरी और राजस्व वसूली में बढ़ोत्तरी के लिए किए जा रहे प्रयासों की समीक्षा की. इस दौरान उन्होंने निर्देशित किया कि बेहतर कार्य करने वाले अधिकारियों को सम्मानित करें और बिजली व्यवस्था के कार्यों में लापरवाही व सरकार की जीरो टॉलरेंस के नीति के विपरीत भ्रष्टाचार करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए. उन्होंने विभागीय अधिकारियों और कर्मचारियों के यहां भी मीटर लगाने और व्यवस्थानुसार बिजली उपयोग करने के निर्देश दिए.

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली समस्याओं के समाधान के लिए और व्यवस्था की बेहतरी के लिए अधिक से अधिक आधुनिक तकनीक का प्रयोग किया जाए, जिससे लोगों को इसका शीघ्र फायदा मिले. उन्होंने कहा कि अन्य राज्यों की भी बिजली व्यवस्था की तकनीक का अध्ययन किया जाए कि कैसे वहां लाइन लास कम किया गया है और लोगों को बेहतर आपूर्ति मिल रही है. उन्होंने कहा कि ट्रांसफारर्मर का जलना बहुत बड़ी समस्या बन गई है इसके लिए ट्रांसफार्मर जलने पर संबंधित अधिकारी की जवाबदेही तय की जाए और सभी डिस्काम इसका सख्ती से अनुपालन कराएं.

ऊर्जा मंत्री ने निर्देशित किया कि ट्रांसफार्मर जलने की वृद्धि में कमी लाने के लिए इसकी क्षमता वृद्धि की जाए, साथ ही विद्युत आपूर्ति में नवीन तकनीक का प्रयोग किया जाए. उन्होंने कहा कि ट्रांसफारर्मर को नजदीकी केन्द्र पर सुरक्षित तरीके से रखा जाए जिससे कि उसकी सप्लाई में कम समय लगे, इस पर ध्यान दें. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा ने कहा कि प्रत्येक डिस्काम यह सुनिश्चित करें कि जितनी बिजली दी जा रही है, उतनी राजस्व वसूली भी हो इस पर विशेष ध्यान दें.

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विभागीय अधिकारी कर्मचारी ईमानदारी के के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करें, जिससे ऊर्जा विभाग को सक्षम बनाया जा सके. उन्होंने प्रत्येक फीडर एवं ट्रांसफारर्मर स्तर तक मॉनीटरिंग करने व प्रिवेंटिव मेंटीनेंस को समय पर करने के निर्देश दिए. कहा कि बेहतर व्यवस्था के लिए सर्विलांस सिस्टम को मजबूत किया जाए, समय-समय पर पेट्रोलिंग भी जाए.

उन्होंने विभाग के माफिया और ऐसे अधिकारियों को सुधारने के लिए सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि कार्यों में सामंजस्य बनाने के लिए नीचे स्तर तक के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ बैठक की जाए. उपभोक्ताओं के मीटर की रैण्डम/क्रास चेकिंग भी कराई जाए इसके लिए अवर अभियन्ता और सुपरवाईजर फील्ड में इसकी जांच करें. उन्होंने गलतियों को सुधारने की दिशा में हरसंभव प्रयास करने और आपूर्ति के दौरान बार-बार बिजली ट्रिप होने की व्यवस्था में भी सुधार करने के निर्देश दिए.

प्रदेश के मुख्य सचिव दुर्गाशंकर मिश्र ने कहा कि ऊर्जा विभाग सेवा देने वाला विभाग है और जनता के लिए सबसे अच्छी सेवा देना विभागीय अधिकारियों की जिम्मेदारी बनती है. इसके लिए उन्होंने कहा कि एनर्जी सेक्टर को सस्टेनेबल बनाया जाए. सभी को 24 घंटे बिजली मिले. शत-प्रतिशत वैध कनेक्शन हों. सभी उपभोक्तओं के घर पर मीटर लगे, सभी की सही और समय पर बिलिंग हो और कलेक्शन भी शत-प्रतिशत हों. इसके लिए भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुये एक ठोस कार्ययोजना तैयार करें, साथ ही जटिल प्रक्रिया को सरल भी किया जाए.

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मुख्य सचिव ने कहा कि व्यवस्था में टेक्नोलॉजी एवं मैनपावर का बेहतर इस्तेमाल करें. आबादी के हिसाब से कनेक्शन कम हैं. सभी को कनेक्शन उपलब्ध कराने के लिये कनेक्शन अभियान चलाया जाए. उन्होंने पूर्वांचल में 60 लाख व माध्यांचल में 50 लाख कनेक्शन और बढ़ाने के निर्देश दिए. कहा कि विद्युत देयकों की वसूली के लिए अधिशासी अभियंताओं के लिये लक्ष्य निर्धारित करें. मुख्य सचिव ने कहा कि ओटीएस को सफल बनाने के लिये व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए. इस अभियान में ग्राम प्रधानों को जोड़े, कैंप करें, नोटिस इश्यू करें.

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