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नहीं निकला समाधान, चिकित्सा एवं परिवार कल्याण से जुड़े कर्मचारी संगठनों की बैठक आज

राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा बताया कि शनिवार को संस्थान के निदेशक ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि सोमवार को वह कोई सकारात्मक निर्णय लेंगे, लेकिन सोमवार को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य का पत्र दिखाते हुए 9 कर्मचारियों के विषय में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया.

कर्मचारी संगठनों की बैठक आज
कर्मचारी संगठनों की बैठक आज
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Published : Jun 8, 2021, 5:32 AM IST

लखनऊः डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के कर्मचारियों की मूल संवर्ग में वापसी का मामला सुलझ नहीं सका है. नाराज कर्मचारियों ने चिकित्सा एवं परिवार कल्याण से जुड़े सभी कर्मचारी संगठनों की बैठक मंगलवार को बुलाई है. कर्मचारी मूल संवर्ग में वापसी के बजाएं प्रतिनियुक्त की मांग कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि संस्थान की गलती के ही कारण कुछ कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो सकी थी.

समझौते का पालन नहीं कर रहा है संस्थान
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय का 2019 में डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में विलय के बाद 4 अक्टूबर 2019 को तत्कालीन प्रमुख सचिव स्वास्थ्य महानिदेशक व स्वास्थ्य महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा तथा निदेशक डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की उपस्थिति में समझौता हुआ था कि संस्थान की गलती के कारण जिन कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो पाई है उन्हें बाद में प्रतिनियुक्ति प्रदान कर दी जाएगी.

पढ़ें- यूपी के सरकारी स्कूलों को मिला ग्रेड 1, अब टॉप ग्रेड तक पहुंचाने की तैयारी


सकारात्मक निर्णय का आश्वासन देकर मुकर गई निदेशक
परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि शनिवार को संस्थान के निदेशक ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि सोमवार को वह कोई सकारात्मक निर्णय लेंगे, लेकिन सोमवार को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य का पत्र दिखाते हुए 9 कर्मचारियों के विषय में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया. इसके बाद लोहिया कर्मचारी 'अस्तित्व बचाओ' मोर्चा के अध्यक्ष बीडी त्रिपाठी उपाध्यक्ष अनिल कुमार राजेश श्रीवास्तव ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य मिलकर उन्हें स्थिति से अवगत कराया. कर्मचारी नेताओं के मुताबिक महानिदेशक ने निर्णय वापस लेने में असमर्थता जताई और कहा कि संपूर्ण प्रकरण शासन को संदर्भित है.

आंदोलन को विवश कर रहा है संस्थान
परिषद के महामंत्री ने कहा कि कर्मचारियों को आंदोलन के लिए विवश किया जा रहा है. पूर्व अधिकारियों के निर्णय को ना मानने से गलत परिपाटी पड़ेगी और कर्मचारी संगठनों का विश्वास टूटेगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले निर्णय के लिए मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण से जुड़े सभी कर्मचारी संगठनों की बैठक होगी. जिसमें इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे. बैठक में सभी संगठनों के प्रमुख फतेह पदाधिकारी हिस्सा लेंगे.

लखनऊः डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान के कर्मचारियों की मूल संवर्ग में वापसी का मामला सुलझ नहीं सका है. नाराज कर्मचारियों ने चिकित्सा एवं परिवार कल्याण से जुड़े सभी कर्मचारी संगठनों की बैठक मंगलवार को बुलाई है. कर्मचारी मूल संवर्ग में वापसी के बजाएं प्रतिनियुक्त की मांग कर रहे हैं. कर्मचारियों का कहना है कि संस्थान की गलती के ही कारण कुछ कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो सकी थी.

समझौते का पालन नहीं कर रहा है संस्थान
राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि डॉ. राम मनोहर लोहिया संयुक्त चिकित्सालय का 2019 में डॉ. राम मनोहर लोहिया संस्थान में विलय के बाद 4 अक्टूबर 2019 को तत्कालीन प्रमुख सचिव स्वास्थ्य महानिदेशक व स्वास्थ्य महानिदेशक चिकित्सा शिक्षा तथा निदेशक डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की उपस्थिति में समझौता हुआ था कि संस्थान की गलती के कारण जिन कर्मचारियों की प्रतिनियुक्ति नहीं हो पाई है उन्हें बाद में प्रतिनियुक्ति प्रदान कर दी जाएगी.

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सकारात्मक निर्णय का आश्वासन देकर मुकर गई निदेशक
परिषद के महामंत्री अतुल मिश्रा ने बताया कि शनिवार को संस्थान के निदेशक ने कर्मचारियों को आश्वस्त किया था कि सोमवार को वह कोई सकारात्मक निर्णय लेंगे, लेकिन सोमवार को महानिदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य का पत्र दिखाते हुए 9 कर्मचारियों के विषय में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं लिया. इसके बाद लोहिया कर्मचारी 'अस्तित्व बचाओ' मोर्चा के अध्यक्ष बीडी त्रिपाठी उपाध्यक्ष अनिल कुमार राजेश श्रीवास्तव ने महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य मिलकर उन्हें स्थिति से अवगत कराया. कर्मचारी नेताओं के मुताबिक महानिदेशक ने निर्णय वापस लेने में असमर्थता जताई और कहा कि संपूर्ण प्रकरण शासन को संदर्भित है.

आंदोलन को विवश कर रहा है संस्थान
परिषद के महामंत्री ने कहा कि कर्मचारियों को आंदोलन के लिए विवश किया जा रहा है. पूर्व अधिकारियों के निर्णय को ना मानने से गलत परिपाटी पड़ेगी और कर्मचारी संगठनों का विश्वास टूटेगा. उन्होंने कहा कि इस मामले में अगले निर्णय के लिए मंगलवार को चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण से जुड़े सभी कर्मचारी संगठनों की बैठक होगी. जिसमें इस मुद्दे पर महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे. बैठक में सभी संगठनों के प्रमुख फतेह पदाधिकारी हिस्सा लेंगे.

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