लखनऊ: राजधानी लखनऊ में किसान कांग्रेस यूपी पूर्वी जोन के पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों की पहली बैठक बुधवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में हुई. बैठक में मुख्य अतिथि के रूप में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और किसान कांग्रेस उत्तर प्रदेश पूर्वी जोन के अध्यक्ष सुयशमणि त्रिपाठी मौजूद रहें.
आजादी के बाद यह पहली अहंकारी सरकार
बैठक को संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा कि आज देश का अन्नदाता अपनी मांगों को लेकर भीषण ठंड और बारिश में आंदोलन कर रहा है. यह देश के लिए बहुत ही दुख की बात है. उन्होंने कहा कि सरकार उनकी जायज मांगों की अनदेखा कर रही है और किसानों के साथ क्रूर व्यवहार कर रही है. किसान लगातार अपनी जान गवां रहे हैं. अयज कुमार लल्लू ने कहा अब तक 50 से अधिक किसानों की मौत हो चुकी है. किसान काले कृषि कानूनों के विरोध में आत्महत्या का कदम उठा रहे है, लेकिन भाजपा सरकार के मंत्री और पीएम मोदी के मुंह के सांत्वना का एक शब्द भी नहीं निकला है. आजादी के बाद यह पहली अहंकारी सरकार है, जिसे अन्नदाताओं की पीड़ा और संघर्ष नहीं दिख रहा है. उन्होंने किसान कांग्रेस के पदाधिकारियों और जिला अध्यक्षों को किसानों के हितों को लेकर सड़क पर उतककर संघर्ष करने का आह्वान किया.
भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकेगा अन्नदाता
किसान कांग्रेस उत्तर प्रदेश पूर्वी जोन के अध्यक्ष सुयशमणि त्रिपाठी ने कहा कि कांग्रेस पार्टी अन्नदाता के हितों के लिए सदैव संघर्ष करती रही है. किसानों की समस्याओं को लेकर किसान कांग्रेस जोरदार आंदोलन करेगी. उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारियों को मिलकर जिला अध्यक्षों से समन्वय बनाकर ब्लाॅक स्तर तक किसान कांग्रेस के संगठन को खड़ा करना है. यह कार्य 25 जनवरी तक पूरा करना है. उन्होंने कहा कि योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों को अन्नदाता समझ चुका है. दो गुनी आय करने का वादा हो, गन्ना किसानों के बकाये भुगतान और भुगतान न हो पाने पर ब्याज सहित भुगतान करने का वादा हो.
भाजपा सरकार के सभी वादे जुमले साबित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि योगी सरकार की किसान विरोधी नीतियों और रवैये के चलते किसानों को अपनी उपज बिचैलियों के हाथों औने-पौने दामों में बेचना पड़ रहा है. पूर्वी यूपी में धान की खरीद समुचित तरीके से नहीं हो पाने से किसानों में आक्रोश है. आने वाले समय में अन्नदाता किसान जुमलेबाज भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकेगा.