लखनऊ: 11 से 16 मार्च तक भारत और म्यांमार के संयुक्त मेडेक्स कार्यक्रम में 10 आसियान देशों और आठ आसियान प्लस देश की सेनाओं के प्रतिनिधि शिरकत कर रहे हैं. आयोजित कार्यक्रम का अनावरण मध्य कमान के लेफ्टिनेंट जनरल अभय कृष्ण ने किया. उन्होंने कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए सभी आसियान और आसियान प्लस देशों के प्रतिनिधियों को शुभकामनाएं दीं.
इस मौके पर सेना चिकित्सा कोर केंद्र एवं कॉलेज के लेफ्टिनेंट जनरल मन्मय गांगुली ने सभी 18 देशों के सेना का स्वागत किया.कार्यक्रम में म्यांमार के ब्रेगेडियर जनरल प्रोफेसर ला ओंग भी उपस्थित रहें.
इस दौरान एएमसी लेफ्टिनेंट जनरल मन्मय गांगुली ने सेना के जवानों का उत्साहवर्धन किया. वहीं कार्रक्रम में जोश से लबरेज गोरखा रेजीमेंट के जवानों ने जब खुखरी डांस किया तो तालियों के साथ ही विदेशी सैनिकों ने जवानों की जमकर तारीफ की.लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य आपदा के दौरान राहत एवं बचाव कार्यों के तहत मास कैजुअल्टी मैनेजमेंट, केमिकल स्किल मैनेजमेंट एवं हेल्थ मैनेजमेंट आदि के बीच आपसी तालमेल को बढ़ाना है.
साथ ही आसियान सदस्य देशों और आसियान प्लस देशों के सशस्त्र बलों के बीच ज्वाइंट ऑपरेशंस में उनकी क्षमता को बढ़ाना है. इसके अलावा एशिया प्रशांत क्षेत्र में किसी भी संभावित आपदाओं से निपटने के लिए रैपिड रिस्पॉस टीमों को तैयार करना है. आसियान और आसियान प्लस देशों के बीच में चिकित्सा सेवा को भी बेहतर करना है. इस आयोजन में पाकिस्तान के शिरकत नहीं करने पर उन्होंने इस सवाल को खारिज कर दिया.
वहीं गोरखा रेजीमेंट के वीर सैनिकों ने जैसे ही मध्य कमान के एएमसी सेंटर में कदमताल की वैसे ही 18 देशों की सेनाओं के जवानों ने ताली बजानी शुरू कर दी. जोश से लबरेज गोरखा रेजीमेंट के जवानों ने जब खुखरी डांस करना शुरू किया तो तालियों के साथ ही विदेशी सैनिकों के मुंह से 'ग्रेट' निकला.
भारत और म्यांमार द्वारा मेडिक्स 2019 एक्सपर्ट वर्किंग ग्रुप के तीसरे चरण के आयोजन में इंडोनेशिया, थाईलैंड, सिंगापुर, मलेशिया, फिलिपींस, म्यामार, वियतनाम, कंबोडिया, ब्रुनेई और लाओस के अलावा आसियान देशों में अमेरिका, रूस, चीन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, न्यूजीलैंड, दक्षिण कोरिया और भारत शामिल हैं.