लखनऊ: अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी में भविष्य में एमबीबीएस की पढ़ाई का भी खाका खींचा गया है. वहीं, मरीजों को सस्ती दर पर इलाज की सुविधा भी मिलेगी. सेवाओं का यह विस्तार सेंकेंड फेज में होगा. अभी यूनिवर्सिटी का काम मेडिकल कॉलेजों-नर्सिंग कॉलेजों की सम्बद्धता और उनमें समयगत परीक्षा कराना है.
यूनिवर्सिटी के कुलपति डॉ. एके सिंह के मुताबिक, दूसरे चरण में यूनिवर्सिटी का विस्तार किया जाएगा. सेंकेंड फेज में मेडिकल की पढ़ाई शुरू होगी. उन्होंने बताया कि यहां 100 एमबीबीएस की सीटें होंगी. वहीं, 300 बेड का हॉस्पिटल होगा. इसमें मरीजों को बेहतर इलाज मिलेगा.
राजधानी के चक गंजरिया में अटल मेडिकल यूनिवर्सिटी का निर्माण चल रहा है. ऐसे में लोहिया संस्थान के एकेडमिक भवन में अस्थायी कार्यालय खोला गया है. नवें तल पर खुले कार्यालय में मेडिकल कॉलेजों की संबद्धता का काम चल रहा है. पहले चरण में 12 मेडिकल कॉलेज यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध किए गए. कुलपति डॉ एके सिंह ने बताया कि अब सरकारी व प्राइवेट समेत 59 मेडिकल कॉलेज जुड़ गए हैं. इन्हें लेटर ऑफ परमिशन जारी कर दिया गया है. इसके अलावा डेंटल कॉलेज भी जोड़े जा रहे हैं.
अटल यूनिवर्सिटी में मेडिकल और डेंटल कॉलेज के अलावा नर्सिंग कॉलेज भी सम्बद्ध किए जा रहे हैं. प्रदेश के मेडिकल पाठ्यक्रम से जुड़े सभी कॉलेज एक ही यूनिवर्सिटी से कनेक्ट होंगे. कुलपति डॉ एके सिंह के मुताबिक, राज्य में 250 के करीब नर्सिंग कॉलेज हैं. इसमें 40 बीएससी नर्सिंग कॉलेज यूनिवर्सिटी से संबंध हो गए हैं. इनमें दाखिला एक ही प्रवेश परीक्षा से होगा. नवम्बर अंत में परीक्षा होगी.
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यूपी में अभी सभी कॉलेज अलग-अलग यूनिवर्सिटी से सम्बद्ध हैं. ऐसे में इनमें अपना-अपना एकेडमिक कलेंडर है. परीक्षा से लेकर परिणाम अलग-अलग तारीख में जारी होता है. वहीं, एक ही कोर्स की डिग्री अलग-अलग विश्वविद्यालय की होती हैं. ऐसे में इन झंझटों से मुक्ति मिलेगी. सभी कॉलेजों में एक ही एकेडमिक कलेंडर होगा. वहीं, हर छात्र को एक ही यूनिवर्सिटी की डिग्री मिलेगी.
यूपी में सरकारी-निजी कॉलेज
- मेडिकल कॉलेज-51
- नए खुले मेडिकल कॉलेज-9
- डेंटल कॉलेज-27
- पैरामेडिकल कॉलेज-600
- एमएसी नर्सिंग-23
- बीएससी नर्सिंग-142
- जीएनएम-307
- एएनएम-299
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