लखनऊ: बसपा सुप्रीमो मायावती ने मंगलवार को पार्टी मुख्यालय पर राजस्थान, मध्यप्रदेश और हरियाणा प्रदेश बीएसपी स्टेट कमेटी की महत्वपूर्ण बैठक की. मायावती ने सम्बंधित राज्यों में विशेषकर पार्टी संगठन के कार्यकलापों और तैयारियों, छोटी कैडर बैठकों एवं सर्वसमाज में पार्टी के जनाधार को बढ़ाने के लिए सक्रियता आदि के सम्बंध में विस्तार से समीक्षा करने के साथ ही इनके सम्बंध में कमियों आदि को दूर करने के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की.
पार्टी नेताओं से मायावती ने लिया फीडबैक
इन बैठकों में पार्टी सम्बंधी गतिविधियों और उन राज्यों में बदलते राजनीतिक हालात आदि के बारे में जरूरी फीडबैक लिया. इसके बाद मायावती ने कहा कि बीएसपी राजनीतिक पार्टी के साथ-साथ परम पूज्य बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर और मान्यवर कांशीराम के आत्म-सम्मान और स्वाभिमान तथा उनके जीवन संघर्षों का एक अत्यन्त महत्वकांक्षी मिशन भी है. जिसको हर राज्य में कुछ स्वार्थी लोग अपने निजी स्वार्थ के लिए इस्तेमाल करके कमजोर कर रहे हैं.
संगठन मजबूत करने पर दिया जोर
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि ऐसे लोग पार्टी के विधायक आदि तो बन जाते हैं लेकिन, सरकारों के साम, दाम, दण्ड, भेद के आगे झुककर या फिर अपना राजनीतिक धर्म-ईमान खो देते हैं. उन्होंने बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर और कांशीराम के सपनों को साकार बनाने के लिए पार्टी के जनाधार को बढ़ाने व मजबूत करने के लिए तन, मन, धन और पूरी निष्ठा से काम करने की इन तीनों प्रदेश पार्टी यूनिटों से खास अपील की ताकि सत्ता की मास्टर चाबी अपने हाथों में लेकर अपना उद्धार स्वयं करने योग्य बना जा सके. जिसका उदाहरण खासकर उत्तर प्रदेश में बनी पार्टी की चार बार की सरकार रही है.
राजस्थान व मध्यप्रदेश सरकार में खींचतान
बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि राजस्थान में कांग्रेस पार्टी और मध्यप्रदेश में बीजेपी की तथा हरियाणा में बीजेपी गठबंधन सरकार की गलत और जनविरोधी नीतियों एवं कार्यकलापों के साथ ही वहां के नेताओं की आपसी खींचतान, टकराव से उत्पन्न राजनीतिक अस्थिरता के कारण इन प्रदेशों में जनहित, जनकल्याण के कार्य काफी बुरी तरह से प्रभावित हो रहे हैं. इतना ही नहीं बल्कि कोरोना टीकाकरण के जरूरी कार्य भी इन राज्यों में अनेकों कारणों की वजह से काफी प्रभावित हो रहे हैं, जिससे उन राज्यों की करोड़ों जनता का जीवन दुःखी और त्रस्त है.
युवाओं की भागीदारी पर जोर
पार्टी संगठन में कर्मठ और मेहनती युवाओं की समुचित भागीदारी पर जोर देते हुए मायावती ने कहा कि वर्तमान हालात में देश का युवा वर्ग बीजेपी और कांग्रेस पार्टी की सरकारों की खासकर बेरोजगारी और अंधाधुन्ध निजीकरण की नीतियों के प्रभाव से बहुत ज्यादा परेशान है, जिसे सही सहारे की जरूरत है.