ETV Bharat / state

लखनऊ पहुंचीं बसपा सुप्रीमो मायावती, पदाधिकारियों संग कर रहीं बैठक

उत्तर प्रदेश के लखनऊ में बसपा सुप्रीमो मायावती पार्टी के पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही हैं. सूत्रों के मुताबिक समीक्षा बैठक के बाद मायावती कोई बड़ा फैसला भी ले सकती हैं.

author img

By

Published : Nov 6, 2019, 12:23 PM IST

मायावती.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा उपचुनाव में बसपा को मिली हार के बाद पहली बार बसपा सुप्रीमो मायावती हार के कारणों की समीक्षा बैठक करने पार्टी दफ्तर पहुंचीं. मायावती यहां पर सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही हैं और भविष्य में बसपा मजबूती से चुनाव मैदान में उतर सके इसके लिए रणनीति बना रही हैं. पार्टी के विश्वस्त सूत्र ये भी बताते हैं कि संगठन में बसपा सुप्रीमो फेरबदल भी कर सकती हैं.

मायावती पदाधिकारियों संग कर रहीं बैठक.
  • मायावती ठीक 10 बजकर 40 मिनट पर पार्टी कार्यालय पहुंचीं.
  • इस दौरान पहले से ही दफ्तर पर कोऑर्डिनेटर, जिलाध्यक्ष, विधायक और अन्य पदाधिकारी पहुंच चुके थे.
  • पार्टी के सूत्र बताते हैं कि समीक्षा बैठक के बाद मायावती कोई बड़ा फैसला भी ले सकती हैं.
  • मायावती कई स्तर पर बड़े फेरबदल भी कर सकती हैं.

प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने बसपा सुप्रीमो की चिंताएं इसलिए बढ़ा दी हैं, क्योंकि जलालपुर विधानसभा सीट बसपा की परंपरागत सीट रही है और इस सीट को विधानसभा उपचुनाव में सपा ने बहुजन समाज पार्टी से छीन लिया है. ऐसे में जलालपुर विधानसभा सीट पर जिम्मेदारी निभा रहे पदाधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है.

बता दें कि 2019 में लोकसभा चुनाव बसपा और सपा ने साथ-साथ लड़ा था, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ही मायावती ने अखिलेश यादव से गठबंधन खत्म कर लिया था. इसके बाद विधानसभा उपचुनाव दोनों पार्टियों ने अपने दम पर लड़ा था, जिसमें मायावती को हार मिली और अखिलेश को जीत.

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में हुए विधानसभा उपचुनाव में बसपा को मिली हार के बाद पहली बार बसपा सुप्रीमो मायावती हार के कारणों की समीक्षा बैठक करने पार्टी दफ्तर पहुंचीं. मायावती यहां पर सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही हैं और भविष्य में बसपा मजबूती से चुनाव मैदान में उतर सके इसके लिए रणनीति बना रही हैं. पार्टी के विश्वस्त सूत्र ये भी बताते हैं कि संगठन में बसपा सुप्रीमो फेरबदल भी कर सकती हैं.

मायावती पदाधिकारियों संग कर रहीं बैठक.
  • मायावती ठीक 10 बजकर 40 मिनट पर पार्टी कार्यालय पहुंचीं.
  • इस दौरान पहले से ही दफ्तर पर कोऑर्डिनेटर, जिलाध्यक्ष, विधायक और अन्य पदाधिकारी पहुंच चुके थे.
  • पार्टी के सूत्र बताते हैं कि समीक्षा बैठक के बाद मायावती कोई बड़ा फैसला भी ले सकती हैं.
  • मायावती कई स्तर पर बड़े फेरबदल भी कर सकती हैं.

प्रदेश में हाल ही में हुए विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने बसपा सुप्रीमो की चिंताएं इसलिए बढ़ा दी हैं, क्योंकि जलालपुर विधानसभा सीट बसपा की परंपरागत सीट रही है और इस सीट को विधानसभा उपचुनाव में सपा ने बहुजन समाज पार्टी से छीन लिया है. ऐसे में जलालपुर विधानसभा सीट पर जिम्मेदारी निभा रहे पदाधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है.

बता दें कि 2019 में लोकसभा चुनाव बसपा और सपा ने साथ-साथ लड़ा था, लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ही मायावती ने अखिलेश यादव से गठबंधन खत्म कर लिया था. इसके बाद विधानसभा उपचुनाव दोनों पार्टियों ने अपने दम पर लड़ा था, जिसमें मायावती को हार मिली और अखिलेश को जीत.

Intro:उपचुनाव में हार के कारणों की समीक्षा करने बसपा सुप्रीमो मायावती पहुंची पार्टी ऑफिस, संगठन में फेरबदल की संभावना

नोट: फीड लाइव यू से भेजी गई है। बीएसपी मीटिंग विजुअल एंड वॉक थ्रू

लखनऊ। हाल ही में उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव के नतीजों में बहुजन समाज पार्टी को मिली बुरी हार के बाद पहली बार बसपा सुप्रीमो मायावती हार के कारणों की समीक्षा करने पार्टी दफ्तर पहुंचीं। यहां पर सभी पदाधिकारियों के साथ बैठक कर रही हैं और भविष्य में बसपा मजबूती से चुनाव मैदान में उतर सके इसके लिए रणनीति बना रही हैं। पार्टी के विश्वस्त सूत्र ये भी बताते हैं कि संगठन में बसपा सुप्रीमो फेरबदल भी कर सकती हैं।


Body:मायावती ठीक 10:40 पर पार्टी कार्यालय पहुंचीं। इस दौरान पहले से ही यहां पर कोऑर्डिनेटर, जिलाध्यक्ष, विधायक और अन्य पदाधिकारी पहुंच चुके थे। मायावती ने समीक्षा बैठक भी शुरू कर दी है। पार्टी के सूत्र बताते हैं कि समीक्षा बैठक के बाद मायावती कोई बड़ा फैसला भी ले सकती हैं। कई स्तर पर बड़े फेरबदल भी कर सकती हैं। बता दें कि बसपा सुप्रीमो की इस विधानसभा उपचुनाव के नतीजों ने और भी चिंताएं इसलिए बढ़ा दी हैं क्योंकि उनकी अंबेडकरनगर के जलालपुर विधानसभा सीट परंपरागत सीट रही है और इसे समाजवादी पार्टी ने बहुजन समाज पार्टी से छीन लिया है, ऐसे में इस सीट पर जिम्मेदारी निभा रहे पदाधिकारियों पर गाज भी गिर सकती है।


Conclusion:मालूम हो कि 2019 लोकसभा चुनाव बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने साथ-साथ लड़ा था लेकिन लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद ही मायावती ने अखिलेश से गठबंधन खत्म कर लिया था। इसके बाद विधानसभा उपचुनाव दोनों पार्टियों ने अपने दम पर लड़ा था जिसमें मायावती को हार मिली तो अखिलेश को जीत।

अखिल पांडेय, लखनऊ, 9336864096
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.