लखनऊ: सिंधु बॉर्डर पर दलित युवक की हत्या पर बसपा आक्रामक हो गई है. पार्टी अध्यक्ष और महासचिव दोनों ने कांग्रेस पर हमला बोला है. साथ ही पीड़ित परिवार को नौकरी और आर्थिक मदद देने की मांग की है. वहीं, छत्तीसगढ़ में श्रद्धालुओं को कुचलने की घटना को लखीमपुर हिंसा की तरह करार दिया.
यूपी के लखीमपुर में हुई हिंसा को लेकर कांग्रेस आक्रामक रही. यही नहीं पार्टी शासित राज्य पंजाब के मुख्यमंत्री व छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भी उत्तर प्रदेश आए थे. साथ ही घटना में मारे गए किसानों को आर्थिक सहायता की घोषणा कर सियासी बढ़त बनाने की भी कोशिश की. वहीं अब सिंधु बॉर्डर पर पंजाब के दलित युवक की हत्या और छत्तीसगढ़ में श्रद्धालुओं को गाड़ी से कुचलने की घटना ने कांग्रेसी सरकार को भी सकते में ला दिया है. इन घटनाओं पर अब विपक्षी दल सवाल उठाने लगे हैं.
बसपा प्रमुख मायावती ने पंजाब सरकार पर शनिवार सुबह ट्विटर के माध्यम से हमला बोला. उन्होंने कहा कि पंजाब के दलित सीएम के शासन काल में दलित युवक की बेरहमी से हत्या हुई है. मुख्यमंत्री लखीमपुर की घटना की तरह पीड़ित परिवार को 50 लाख की सहायता और नौकरी दे. वहीं. छत्तीसगढ़ सरकार घटना में घायलों को आर्थिक मदद दे और मृतक के परिवारजनों को नौकरी दे. इसी क्रम में पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा और प्रवक्ता सुधींद्र भदौरिया ने बसपा प्रमुख का ट्वीट करते ही दोनों राज्यों की सरकारों को घेरा.
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छत्तीसगढ़ के जशपुर में सड़क पर चल रहे श्रद्धालुओं को एक कार ने रौंद दिया. करीब 16 लोग कुचले गए हैं और एक की मौत हुई है. वहीं, दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर भयावह घटना हुई. सिंघु बॉर्डर पर एक शख्स को पकड़कर उसके हाथ-पैर काट दिए गए फिर उसे मार डाला गया. उसकी लाश को किसान आंदोलन के मंच के नजदीक एक पुलिस बैरिकेड से लटका दिया गया. इतनी निर्मम हत्या को अंजाम देने वाले इस घटना का वीडियो भी बनाते रहे. अब वो वीडियो सामने आ चुके हैं, जिनमें हत्या का आरोप निहंग समूह पर है. इन घटनाओं को लेकर सियासत भी गरमा गई है.