लखनऊ: राजधानी में स्थित तमाम महिला अस्पतालों में पिछले 3 वर्षों से सेनेटरी नैपकिन प्रसूताओं को मुफ्त में दिया जा रहा है. इसका मुख्य उद्देश्य है कि महिलाएं सेनेटरी पैड्स की जगह कपड़ा या कुछ अन्य चीजों का इस्तेमाल न करें. साथ ही डिलीवरी के बाद उन्हें इन्फेक्शन न हो.
अस्पतालों में भर्ती महिलाओं को सेनेटरी पैड्स दिए जाते हैं तो उन्हें बताया जाता है कि यह उनके लिए कितना सही बेहतरीन कदम है. क्वीन मैरी प्रसूति एवं महिला रोग विभाग, केजीएमयू, वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय और वीरांगना झलकारी बाई महिला चिकित्सालय समेत अन्य अस्पतालों में भी यह सुविधा चल रही है.
वीरांगना अवंती बाई महिला चिकित्सालय की एसआईसी डॉ. नीरा जैन ने बताया कि यह सेवा मुख्य रूप से एडोलसेंट बच्चियों के लिए चलाई गई थी. वे भविष्य में जब मां बने या इस पड़ाव से गुजरे तो वह अपने सेहत और हाइजीन के प्रति जागरूक रहें. धीरे-धीरे इसे महिला अस्पतालों में भी लागू किया गया.
उन्होंने बताया कि पिछले साढे 3 वर्षों से तमाम महिला चिकित्सालय में जननी शिशु सुरक्षा कार्यक्रम के तहत यह योजना चल रही है. इसके तहत डिलीवरी के बाद हर प्रसूता को एक पैकेट सेनेटरी पैड्स का दिया जाता है. यदि वे इसे इस्तेमाल करना नहीं जानती हैं तो उन्हें इसका तरीका बताया जाता है. सेनेटरी नैपकिन के मुफ्त में मिलने से महिलाओं को सहूलियत मिल रही है. साथ ही उन्हें हिदायतें भी दी जा रही हैं.