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संभल दंगे के आरोपियों से जेल में मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल, कहा- बेगुनाहों को गिरफ्तार किया, मिलेगी हर मदद

Sambhal violence: मुलाकात के बाद सपा नेताओं ने संभल पुलिस पर बर्बरता के लगाए आरोप.

संभल दंगे के आरोपियों से जेल में मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल.
संभल दंगे के आरोपियों से जेल में मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल. (Photo Credit; ETV Bharat)
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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : 22 hours ago

मुरादाबाद : संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी. इस मामले में 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. हिंसा के आरोपियों को पुलिस ने मुरादाबाद की जेल भेजा है. इन आरोपियों से जेल में मुलाकात करने के लिए सपा का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को पहुंचा. जेल में मुलाकात के बाद सपा विधायक समरपाल सिंह ने बताया कि संभल की पुलिस ने निर्दोष लोगों को पकड़कर जेल भेजा है. पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की है. पुलिस की पिटाई के जख्म उनके शरीर पर हैं. जेल में कुछ महिलाएं भी बंद हैं. उनकी हर संभव मद्दत की जाएगी.

संभल दंगे के आरोपियों से जेल में मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल. (Video Credit; ETV Bharat)

समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल को कारागार के सीनियर सुपरिटेंडेंट पीपी सिंह ने करीब साढ़े 12 बजे का मुलाकात का समय दिया था. 15 लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने जेल में बंद 5 से 7 लोगों से मुलाकात की. संभल हिंसा के आरोप में कुल 27 लोग मुरादाबाद कारागार में बंद हैं. कारागार में मुलाकात करने वालो में ठाकुरद्वारा विधायक नबाब जान, नोगांव विधयाक समरपाल और पूर्व सपा सांसद एसटी हसन के अलावा एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल थे.

अमरोहा की नोगावा विधानसभा से विधायक समरपाल सिंह ने मुलाकात के बाद कहा कि संभल हिंसा के आरोप में जो लोग जेल में बंद हैं, उन पर पुलिस ने बहुत बर्बरता की है. वह सभी लोग निर्दोष हैं. उनका हिंसा में कोई रोल नहीं था. जब पुलिस उनके घर पहुंची तो आरोपी बनाए गए लोगों ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देख लो, हम घर में ही थे. उसके बावजूद पुलिस सीसीटीवी के डीवीआर निकाल कर अपने साथ ले गई. जबरदस्ती लोगों को घर से निकालकर तीन दिन तक थाने में बंद कर पीटा. उसके बाद मुरादाबाद जेल भेज दिया गया.

बताया कि जेल में बंद 5 से 7 लोगों से मुलाकात हुई. उन्होंने अपने शरीर पर पुलिस की पिटाई के जख्म दिखाए. कुछ महिलाएं भी मुलाकात करने के लिए आईं. सपा के पूर्व सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने जेल में बंद हिंसा के इन आरोपियों के लिए दवाएं मुहैया कराने की बात कही है. साथ ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हर पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये देने के लिए कहा है. उसके अलावा जो व्यक्ति गरीब हैंं और अपनी जमानत या वकील का खर्चा नहीं उठा सकते, उनके लिए अच्छे से अच्छा वकील और उसकी जमानत का प्रबंध करने के लिए आदेश किया है.

मुरादाबाद के सीनियर सुपरीटेंडेंट पीवी सिंह ने बताया कि समाजवादी पार्टी के 15 लोग संभल हिंसा के आरोप में बंद लोगों से मिलने के लिए आए थे. 5 से 6 लोगों से मुलाकात हुई है.

यह भी पढ़ें : संभल हिंसा पर सियासी दंगल; प्रदेश अध्यक्ष अजय राय जाने पर अड़े, धरने पर बैठे, विधायक आराधना मिश्रा हाउस एरेस्ट

मुरादाबाद : संभल में 24 नवंबर को शाही जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी. इस मामले में 27 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया था. हिंसा के आरोपियों को पुलिस ने मुरादाबाद की जेल भेजा है. इन आरोपियों से जेल में मुलाकात करने के लिए सपा का एक प्रतिनिधि मंडल सोमवार को पहुंचा. जेल में मुलाकात के बाद सपा विधायक समरपाल सिंह ने बताया कि संभल की पुलिस ने निर्दोष लोगों को पकड़कर जेल भेजा है. पुलिस ने उनके साथ बर्बरता की है. पुलिस की पिटाई के जख्म उनके शरीर पर हैं. जेल में कुछ महिलाएं भी बंद हैं. उनकी हर संभव मद्दत की जाएगी.

संभल दंगे के आरोपियों से जेल में मिला सपा का प्रतिनिधिमंडल. (Video Credit; ETV Bharat)

समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधि मंडल को कारागार के सीनियर सुपरिटेंडेंट पीपी सिंह ने करीब साढ़े 12 बजे का मुलाकात का समय दिया था. 15 लोगों के प्रतिनिधिमंडल ने जेल में बंद 5 से 7 लोगों से मुलाकात की. संभल हिंसा के आरोप में कुल 27 लोग मुरादाबाद कारागार में बंद हैं. कारागार में मुलाकात करने वालो में ठाकुरद्वारा विधायक नबाब जान, नोगांव विधयाक समरपाल और पूर्व सपा सांसद एसटी हसन के अलावा एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता और पदाधिकारी शामिल थे.

अमरोहा की नोगावा विधानसभा से विधायक समरपाल सिंह ने मुलाकात के बाद कहा कि संभल हिंसा के आरोप में जो लोग जेल में बंद हैं, उन पर पुलिस ने बहुत बर्बरता की है. वह सभी लोग निर्दोष हैं. उनका हिंसा में कोई रोल नहीं था. जब पुलिस उनके घर पहुंची तो आरोपी बनाए गए लोगों ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज देख लो, हम घर में ही थे. उसके बावजूद पुलिस सीसीटीवी के डीवीआर निकाल कर अपने साथ ले गई. जबरदस्ती लोगों को घर से निकालकर तीन दिन तक थाने में बंद कर पीटा. उसके बाद मुरादाबाद जेल भेज दिया गया.

बताया कि जेल में बंद 5 से 7 लोगों से मुलाकात हुई. उन्होंने अपने शरीर पर पुलिस की पिटाई के जख्म दिखाए. कुछ महिलाएं भी मुलाकात करने के लिए आईं. सपा के पूर्व सांसद डॉक्टर एसटी हसन ने जेल में बंद हिंसा के इन आरोपियों के लिए दवाएं मुहैया कराने की बात कही है. साथ ही सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने हर पीड़ित परिवार को 5 लाख रुपये देने के लिए कहा है. उसके अलावा जो व्यक्ति गरीब हैंं और अपनी जमानत या वकील का खर्चा नहीं उठा सकते, उनके लिए अच्छे से अच्छा वकील और उसकी जमानत का प्रबंध करने के लिए आदेश किया है.

मुरादाबाद के सीनियर सुपरीटेंडेंट पीवी सिंह ने बताया कि समाजवादी पार्टी के 15 लोग संभल हिंसा के आरोप में बंद लोगों से मिलने के लिए आए थे. 5 से 6 लोगों से मुलाकात हुई है.

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