लखनऊ: राष्ट्रीय कैडेट कोर की राष्ट्रीय पहल ’शहीदों को शत-शत नमन’ के अंतर्गत 3 यूपी नेवल यूनिट एनसीसी, लखनऊ में शहीद कैप्टन हरजीत सिंह के परिवार को सम्मानित किया गया. उन्होंने 1965 के भारत-पाक युद्ध के दौरान अदम्य साहस का परिचय देते हुए देश के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था. 21 वर्षीय युवा कैप्टन ने कुशल नेतृत्व व साहस का परिचय दिया था. पश्चिमी सेक्टर में अपने बटालियन मुख्यालय पर हुए पाकिस्तानी हमले को वीरतापूर्वक विफल कर दिया था.
22 सितंबर 1965 की रात को उन्होंने अकेले ही अपनी बटालियन की टुकड़ियों का समन्वय किया जबकि अपने जवानों को दमखम से लड़ते रहने के लिए प्रेरित किया. उनके प्रयासों ने दुश्मन के हमले को पूरी तरह विफल कर दिया. लेकिन, इस शौर्य पराक्रम के दौरान उन्हें दुश्मन का एक ग्रेनेड लगा और वह वीरगति को प्राप्त हो गए. उनकी दृढ़ता, निडरता और सर्वोच्च बलिदान के लिए उन्हें मरणोपरांत ’मेंशन-इन-डिस्पैच’ से सम्मानित किया गया है. शहीद कैप्टन हरजीत सिंह के परिवार को एनसीसी नेवल यूनिट के कमांडिंग ऑफिसर कैप्टन (भारतीय नौसेना) नवेंदु सक्सेना ने ’शौर्य स्मृति चिह्न’ भेंटकर उनके बलिदान की सराहना की.
इस अवसर पर कैप्टन हरजीत सिंह के परिवार में उनके भाई सतजीत सिंह व जसजीत सिंह, बहन अनामिका सिंह व अन्य रिश्तेदार सम्मिलित हुए. उन्होंने बहादुर कैप्टन के जीवन के किस्सों और राष्ट्र के लिए उनकी प्रतिबद्धता को याद किया. इस अवसर पर नौसेना इकाई के मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर आर सी यादव, प्रधान सहायक मनोज कुमार शाह, यूनिट के अन्य नौसैनिकों व सिविल स्टाफ ने भी वीर कैप्टन हरजीत सिंह को पुष्पांजलि अर्पित की. साथ ही बड़ी संख्या में एनसीसी कैडेट ने भी उन्हें श्रद्धांजलि दी और उनके परिवार को गार्ड ऑफ ऑनर देकर सम्मानित किया.
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