लखनऊ: उत्तर प्रदेश बुखार से कराह रहा है. डेंगू, मलेरिया और बैक्टीरियल इंफेक्शन लगातार बढ़ रहा है. वहीं एक्सपर्ट कमेटी को त्योहार के बाद कोरोना के प्रसार का खतरा भी सता रहा है. ऐसे में राज्य में बीमारी के खिलाफ सोमवार से महाभियान छेड़ दिया है. इसमें बुखार के मरीजों को खोजकर उपचार मुहैया कराया जाएगा.
राज्य के संचारी रोग निदेशक डॉ. जीएस बाजपेयी के मुताबिक सोमवार से जिलों में विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान शुरू कर दिया गया है. यह अभियान 17 नवंबर तक चलेगा. इसके अलावा 18 अक्टूबर से एक नवंबर तक दस्तक अभियान भी चलाया जाएगा.
इसमें स्वास्थ्य विभाग, नगर विकास विभाग, पंचायती राज, ग्राम्य विकास, पशुपालन विभाग, बाल विकास एवं पुष्टाहार, शिक्षा, दिव्यांगजन सशक्तिकरण, कृषि एवं सिंचाई, उद्यान एवं सूचना विभाग की टीम शामिल रहेगी. वहीं अभियान के तहत तय माइक्रो प्लान पर काम हुआ कि नहीं इसके लिए प्रत्येक शनिवार को सभी विभाग साप्ताहिक रिपोर्ट पेश करेंगे.
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टीमें मच्छर जनित-संक्रामक रोगों पर एक साथ प्रहार करेंगी. ऐसे में 90 हजार राजस्व गांवों में करीब डेढ़ लाख सदस्यीय टीम डेंगू, मलेरिया, इंसेफ्लाइटिस, चिकनगुनिया, कोरोना और टीबी के मरीजों की पहचान करेगी. खासकर बुखार के मरीजों का एंटीजेन टेस्ट कराया जाएगा. मलेरिया की स्लाइड बनाई जाएंगी. साथ ही मेडिकल किट भी दी जाएगी. वहीं गंभीर हालत देखकर मरीज को अस्पताल भेजा जाएगा
संचारी रोग निदेशक डॉक्टर जीएस बाजपेई के मुताबिक घर-घर सर्वे के दौरान रुटीन टीकाकरण से वंचित बच्चों का भी ब्योरा जुटाया जाएगा. कारण कोरोना काल में तमाम बच्चों के टीका नहीं लग पाया था. ऐसे बच्चों की लिस्ट बनाई जाएगी. इसके बाद अभियान चलाकर उन्हें टीका लगाया जाएगा. इसके साथ ही कुपोषित बच्चों व टीबी के मरीज को भी चिन्हित किया जाएगा।.
अक्टूबर तक कोरोना की तीसरी लहर की आशंका जताई है. वहीं बारिश में मच्छरजनित बीमारियां भी भयावह हो रही हैं. मथुरा, फिरोजाबाद, लखनऊ, मैनपुरी समेत कई जगह डेंगू का खौफ बढ़ गया है. राज्य में डेंगू मरीजों की संख्या 13 हजार पार कर गई है.
इसके अलावा, मलेरिया, टायफाइड, स्क्रब टायफस, लेप्टोस्पाइरोसिस समेत अन्य बीमारी भी बढ़ रही हैं. ऐसे में सात सितंबर से 15 सितंबर तक अभियान चलाया गया. इसमें ढाई लाख बुखार के मरीज पाए गए। वहीं अब 18 अक्टूबर से लेकर 17 नवंबर तक संचारी अभियान चलेगा. इससे त्योहार के बाद कोरोना संक्रमण प्रसार को भी रोका जा सकेगा.
बीमारी के खिलाफ इन विभागों के यह होंगे काम
- नगर विकास विभाग: नगरीय क्षेत्र में शुद्ध पेयजल, साफ-सफाई, मच्छरों की रोकथाम, संवेदनशील क्षेत्रों को खुले में शौच से मुक्त कराना और नालियों की सफाई का काम
- पंचायती राज व ग्राम्य विकास विभाग : जनजागरूकता, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था, वेक्टर कंट्रोल और स्वच्छता
- बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग : कुपोषित बच्चों के चिन्हांकन, पुष्टाहार वितरित करना, जनजागरूकता, दिमागी बुखार के दिव्यांग बच्चों को योजनाओं का लाभ दिलवाना
- शिक्षा विभाग : वाट्सएप ग्रुप के जरिये जनजागरूकता अभियान
- चिकित्सा शिक्षा विभाग : बीमारियों की जांच के लिए प्रयोगशाला प्राविधिक प्रशिक्षण
- दिव्यांगजन सशक्तिकरण विभाग : दिमागी बुखार के दिव्यांग रोगियों के कल्याण की योजनाओं का लाभ दिलवाने का काम
- कृषि एवं सिंचाई विभाग : मच्छरों के प्रजनन पर रोक लगाने का काम
- सूचना विभाग : बीमारी से बचाव के लिए प्रचार-प्रसार
- उद्यान विभाग : मच्छर रोधी पौधों के रोपण जैसी गतिविधियां करना