लखनऊ: उत्तर प्रदेश के इंजीनियरिंग मैनेजमेंट कॉलेजों (Engineering Management Colleges UP) में मैनेजमेंट कोटे को बढ़ाकर 50% तक किए जाने की तैयारी की जा रही है. असल में, बीते दिनों डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (Dr. A.P.J. Abdul Kalam Technical University) के कुलपति और निजी कॉलेज के प्रतिनिधियों के बीच हुई बैठक में यह प्रस्ताव सामने आया था, जिस पर कुलपति की तरफ से सकारात्मक रुख अपनाने के संकेत दिए गए. इसका प्रस्ताव शासन को भेजने की तैयारी है.
संस्थान के निदेशकों ने कहा कि वर्तमान में प्रवेश जेईई (JEE Admission 2022) के माध्यम से हो रहे हैं. सीटें काफी ज्यादा खाली रह जा रही हैं. ऐसे में सीधे प्रवेश के लिए मैनेजमेंट कोटे को 50 प्रतिशत किए जाने का प्रस्ताव रखा गया है. उम्मीद जताई जा रही है कि अगले सत्र से इसे लागू कर दिया जाए. हालांकि, इसको लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
बता दें कि एकेटीयू (AKTU) के इंजीनियरिंग कॉलेजों की हालत बेहद खराब है. करीब 80,000 सीटें (AKTU seat allotment) हैं जिनमें 50% पर भी दाखिले मुश्किल से होते हैं. कुलपति की तरफ से इस पूरे मामले पर शासन के स्तर पर समन्वय स्थापित कर फैसला लेने की बात कही गई है.
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निदेशकों ने बताया कि संस्थानों में 20 प्रतिशत ऑल इंडिया कोटा जिसमें प्रदेश के बाहर के विद्यार्थी प्रवेश लेते हैं. इन विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ नहीं मिल पाता है. ऐसे विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति का लाभ दिलवाने के लिए विवि को नेशनल स्कॉलरशिप फॉर्म भरवाए जाने की पहल करनी चाहिए.
फार्मेसी में शोध को बढ़ावा देने के लिए इंजीनियरिंग कोर्सेज की भांति प्रमोशन स्कीम शुरू किए जाने का सुझाव प्राप्त हुआ. कुछ संस्थानों के निदेशकों ने वर्तमान में डिमांड में चल रहे फ़िल्म और फैशन जैसे कोर्सेज की शुरुआत किए जाने हेतु विवि स्तर से पहल किये जाने का अनुरोध किया है.
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