नई दिल्ली/गाजियाबाद: दिल्ली से सटे गाजियाबाद में घर से करीब 6 महीने पहले निकला फोटोग्राफर संदिग्ध हालत में लापता हो गया. फोटोग्राफर की गाड़ी ऐसे बदमाशों से बरामद हुई, जिनका पुलिस ने एनकाउंटर किया. लेकिन फोटोग्राफर का कोई सुराग नहीं मिला है.
दुखद बात ये है कि जब फोटोग्राफर गायब हुआ था तो उसकी पत्नी प्रेग्नेंट थी और आज वो एक बेटी की मां बन चुकी है. एसएचओ से लेकर मुख्यमंत्री और गृहमंत्री तक लापता युवक के परिवार ने गुहार लगा ली, लेकिन फोटोग्राफर का कोई सुराग नहीं मिला. जिन बदमाशों को एनकाउंटर में पकड़ा गया, उनसे जेल में जाकर भी पूछताछ की गई. लेकिन फोटोग्राफर नहीं मिला.
6 महीने पहले लापता हुआ था युवक-
गाजियाबाद के खोड़ा इलाके में 6 महीने पहले कृष्णा शर्मा घर से अपने परिवार की गाड़ी लेकर निकला था. कृष्णा फोटोग्राफर है और किसी क्लाइंट के पास जाने की बात कहकर घर से निकला. उसे फोटो की डिलीवरी देनी थी.
तब से लेकर अब तक उसका कुछ पता नहीं चला है. ये घटना 15 जनवरी की है और उसी दिन से उसका मोबाइल भी स्विच ऑफ हो गया. हर कोशिश की गई, लेकिन फोटोग्राफर का कोई सुराग हाथ नहीं लगा.
पुलिस से लेकर सीएम तक से लगाई गुहार-
पीड़ित परिवार ने तब से लेकर अब तक खोड़ा थाने के एसएचओ से लेकर एसपी, एसएसपी, डीएम, मुख्यमंत्री और यहां तक कि देश के गृहमंत्री और प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखे, लेकिन अब तक कुछ नहीं हुआ. तमाम जगह शिकायतें भी दर्ज कराई गई हैं. लेकिन कृष्णा का क्या हुआ यह किसी को नहीं पता. परिवार अब सिर्फ इतना जानना चाहता है कि उनका बेटा इस दुनिया में है या नहीं.
आखिरी लोकेशन इंदिरापुरम-
लापता युवक की आखिरी लोकेशन गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में मिली थी. लेकिन पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा. जिस लड़की से आखिरी बार बातचीत हुई थी, उस लड़की से भी पुलिस के हाथ कुछ नहीं लगा.
पत्नी थी प्रेग्नेंट-
जिस समय कृष्णा संदिग्ध हालत में गायब हुआ तब उसकी पत्नी ज्योति शर्मा प्रेग्नेंट थी और आज वह एक बेटी की मां बन चुकी है. लेकिन पति का कोई सुराग नहीं मिलने से ज्योति काफी निराश हैं. हैरत की बात ये है कि घटना के कुछ समय बाद मेरठ में 1 एनकाउंटर हुआ. जिसमें 2 बदमाश पकड़े गए. उन्हीं बदमाशों से कृष्णा की गाड़ी भी बरामद कर ली गई, लेकिन उन्होंने ये नहीं बताया कि उन्होंने कभी कृष्णा को देखा था या नहीं. आरोपी ने बताया कि उन्हें तो गाड़ी लावारिस मिली थी. इन्हीं बदमाशों का एक साथी बाद में आगरा में भी गिरफ्तार हुआ, लेकिन उसने भी कृष्णा का सुराग नहीं बताया.