लखनऊ: खदरा स्थित श्री उदासीन महामण्डला आश्रम नानकशाही मठ इनदिनों राजधानी का आध्यात्मिक केन्द्र बन गया है. वेद मंत्रो के उच्चारण और प्रवचन से मठ का वातावरण आध्यात्मिक हो गया है.
अखिल भारतीय उदासीन संप्रदाय संगत एंव विश्व सनातन धर्म सभा द्वारा खदरा स्थित श्री उदासीन महामण्डला आश्रम नानकशाही मठ में राष्ट्र कल्याण के लिए हो श्री राजराजेश्वरी श्रीमन महात्रिपुर सुन्दरी महायज्ञ के तीसरे दिन शनिवार को विशेष पूजा-अर्चना की गई.
पूजन श्री श्री 108 श्री महंत धर्मेन्द्रदास जी महाराज जी के सानिध्य मे शिव कुमार शास्त्री के नेतृत्व में बनारस, अयोध्या, हरिद्धार, नैमिषारण्य, मथुरा से आये 51 आचार्यो ने सर्वप्रथम यजमानों से मंत्रों के साथ मण्डप के चारों द्वारों पर का पूजन करवाया. उसके बाद राष्ट्र कल्याण के लिए हवन में विशेष आहूतियां डाली गई. आहुति देने वालों में मेयर संयुक्ता भाटिया, विधायक डाॅ.नीरज बोरा प्रमुख रूप से थे.
शाम को अयोध्या के जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य जी महाराज का प्रवचन हुआ. राम कथा सुनाते हुए स्वामी राघवाचार्य ने कहा कि भगवान का मिलना दुर्लभ नहीं है बल्कि भगवान को प्राप्त करने की सच्ची चाह होना दुर्लभ है. जगतगुरु स्वामी राघवाचार्य जी महाराज ने कहा कि भगवान का जो भक्त होता है. उसे बैकुण्ठ धाम प्रदान करते हैं और मुक्ति देते है.
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