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चंद्र ग्रहण आज...इस राशि के जातक बरतें सावधानी

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Published : May 26, 2021, 11:31 AM IST

आज चंद्र ग्रहण लगेगा. यह साल का पहला उपछाया चंद्र ग्रहण होगा. चंद्रग्रहण दोपहर 2:18 बजे पर शुरू होगा और शाम 7:19 बजे पर समाप्त होगा.

लगने वाला है चंद्र ग्रहण
लगने वाला है चंद्र ग्रहण

लखनऊ: वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानि आज चंद्र ग्रहण लगेगा. यह साल का साल का पहला उपछाया चंद्र ग्रहण है. यह चंद्र ग्रहण दोपहर 2:18 बजे पर शुरू और शाम 7: 19 बजे पर समाप्त होगा.

अपने देश में उपछाया की तरह दिखाई देगा
अलीगंज स्थित स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र के ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल ने बताया पंचांग के अनुसार यह उपछाया चंद्र ग्रहण केवल पश्चिम बंगाल, बंगाल की खाड़ी और उत्तरपूर्व के कुछ हिस्सों से ही छाया के रूप में नजर आएगा. इसके अलावा विदेशों में जापान, सिंगापुर, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, म्यांमार, उत्तर और दक्षिण अमेरिका, फिलीपींस, प्रशांत और हिंद महासागर ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी यूरोप के कुछ क्षेत्रों में चंद्र ग्रहण दिखेगा, लेकिन भारत में यह ग्रहण उपछाया की तरह दिखेगा.

वृश्चिक राशि पर लगेगा ग्रहण
ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल ने बताया कि आज यानि 26 मई को दोपहर से लगने वाला चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगेगा. वृश्चिक राशि में चन्द्रमा नीच का होता है ,चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. अत: ग्रहण के दौरान वृश्चिक राशि जातकों को मानसिक तनाव, भ्रम और अज्ञात भय हो सकता है.

जाने उपछाया गया ग्रहण क्या होता है ?
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि उपछाया चंद्र ग्रहण तब लगता है, जब चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया में न आकर उसकी उपछाया से ही वापस लौट जाता है. अत: उपछाया चंद्र ग्रहण का कोई भी धार्मिक मान्यता नहीं है. इस कारण से उपछाया चंद्र ग्रहण का कोई सूतक भी नहीं माना जायेगा. इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा के आकार में कोई परिवर्तन नहीं आएगा. इस दौरान चंद्रमा की छवि कुछ धुंधली जरूर हो जाएगी और ये कुछ मटमैला सा दिखाई देगा.

जानें किसे होगा लाभ और किसे बरतनी होगी सावधानी
उन्होंने ने बताया कि इस चंद्र ग्रहण का मेष, मिथुन, कन्या, मकर, मीन राशि को लाभ होगा वहीं वृषभ, कर्क, सिंह, तुला ,धनु , कुम्भ राशि को मिश्रित फल देगा और वृश्चिक राशि वाले सावधानी बरतें.

जहां ग्रहण दृश्य होगा, वहां आ सकती आपदाएं
ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल के मुताबिक जिन देशों में ये ग्रहण दिखाई देगा उन देशों में आतंकी घटनायें, आगजनी, जनहानि, भूकंप, प्राकतिक आपदा जैसी घटनाये अगले दो माह में घटने की संभावना है.

ग्रहण काल में करें ये धर्म-कर्म
ज्योतिष नागपाल के अनुसार ग्रहण काल में वृश्चिक राशि वाले और जिनके भी चन्द्रमा कमजोर और पीड़ित हैं, वे सभी शिव और चन्द्रमा के मंत्र का जाप करें, ग्रहण के बाद दूध, चावल अनाज का दान कर सकते हैं.
इसे भी पढ़ें:कोरोना ने बिगाड़ा स्कूलों का एकेडमिक कैलेंडर, गर्मी की छुट्टियों में बड़ी कटौती

लखनऊ: वैशाख मास की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि यानि आज चंद्र ग्रहण लगेगा. यह साल का साल का पहला उपछाया चंद्र ग्रहण है. यह चंद्र ग्रहण दोपहर 2:18 बजे पर शुरू और शाम 7: 19 बजे पर समाप्त होगा.

अपने देश में उपछाया की तरह दिखाई देगा
अलीगंज स्थित स्वास्तिक ज्योतिष केन्द्र के ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल ने बताया पंचांग के अनुसार यह उपछाया चंद्र ग्रहण केवल पश्चिम बंगाल, बंगाल की खाड़ी और उत्तरपूर्व के कुछ हिस्सों से ही छाया के रूप में नजर आएगा. इसके अलावा विदेशों में जापान, सिंगापुर, बांग्लादेश, दक्षिण कोरिया, म्यांमार, उत्तर और दक्षिण अमेरिका, फिलीपींस, प्रशांत और हिंद महासागर ऑस्ट्रेलिया और उत्तरी यूरोप के कुछ क्षेत्रों में चंद्र ग्रहण दिखेगा, लेकिन भारत में यह ग्रहण उपछाया की तरह दिखेगा.

वृश्चिक राशि पर लगेगा ग्रहण
ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल ने बताया कि आज यानि 26 मई को दोपहर से लगने वाला चंद्र ग्रहण वृश्चिक राशि और अनुराधा नक्षत्र में लगेगा. वृश्चिक राशि में चन्द्रमा नीच का होता है ,चंद्रमा को मन का कारक माना गया है. अत: ग्रहण के दौरान वृश्चिक राशि जातकों को मानसिक तनाव, भ्रम और अज्ञात भय हो सकता है.

जाने उपछाया गया ग्रहण क्या होता है ?
ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि उपछाया चंद्र ग्रहण तब लगता है, जब चंद्रमा धरती की वास्तविक छाया में न आकर उसकी उपछाया से ही वापस लौट जाता है. अत: उपछाया चंद्र ग्रहण का कोई भी धार्मिक मान्यता नहीं है. इस कारण से उपछाया चंद्र ग्रहण का कोई सूतक भी नहीं माना जायेगा. इस ग्रहण के दौरान चंद्रमा के आकार में कोई परिवर्तन नहीं आएगा. इस दौरान चंद्रमा की छवि कुछ धुंधली जरूर हो जाएगी और ये कुछ मटमैला सा दिखाई देगा.

जानें किसे होगा लाभ और किसे बरतनी होगी सावधानी
उन्होंने ने बताया कि इस चंद्र ग्रहण का मेष, मिथुन, कन्या, मकर, मीन राशि को लाभ होगा वहीं वृषभ, कर्क, सिंह, तुला ,धनु , कुम्भ राशि को मिश्रित फल देगा और वृश्चिक राशि वाले सावधानी बरतें.

जहां ग्रहण दृश्य होगा, वहां आ सकती आपदाएं
ज्योतिषाचार्य एस. एस. नागपाल के मुताबिक जिन देशों में ये ग्रहण दिखाई देगा उन देशों में आतंकी घटनायें, आगजनी, जनहानि, भूकंप, प्राकतिक आपदा जैसी घटनाये अगले दो माह में घटने की संभावना है.

ग्रहण काल में करें ये धर्म-कर्म
ज्योतिष नागपाल के अनुसार ग्रहण काल में वृश्चिक राशि वाले और जिनके भी चन्द्रमा कमजोर और पीड़ित हैं, वे सभी शिव और चन्द्रमा के मंत्र का जाप करें, ग्रहण के बाद दूध, चावल अनाज का दान कर सकते हैं.
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