लखनऊ: स्मार्ट सिटी योजना को लेकर लखनऊ को बड़ी सफलता मिली है. स्मार्ट सिटी पुरस्कार योजना की पहली सीढ़ी को लखनऊ ने पार कर लिया है. इंडियन स्मार्ट सिटी अवार्ड के लिए देश के 141 शहरों में 66 शहरों का चयन किया गया है. इस में लखनऊ का नाम भी शामिल है. फास्ट ट्रैक में लखनऊ का स्मार्ट सिटी योजना में चयन किया गया था.
स्मार्ट सिटी पुरस्कार योजना के लिए लगभग चालीस सावाल पूछे गए थे. लखनऊ के प्रतिनिधियों ने सभी सवालों का जवाब देते हुए अब तक कराए गए तेरह कार्यों का ब्योरा फोटोग्राफ के साथ दिया. साथ ही बाइस कार्यों की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी दी. कराए गए कार्यों में सबसे प्रमुख चारबाग रेलवे स्टेशन पर लाइट, आईटीएमएस, चौराहों पर सीसीटीवी कैमरे और कंट्रोल रूम से उस पर नियंत्रण, कोविड-19 के दौरान स्मार्ट सिटी की प्रमुख भूमिका, शामिल है. साथ ही एडवाइजरी कमेटी की बैठक, स्मार्ट सिटी के आर्गनाइजेशन स्ट्रक्चर, बोर्ड मीटिंग और कार्यवृत्ति का ब्योरा भी प्रस्तुत किया. इन दावों पर लखनऊ को पहले चक्र में कामयाबी मिली है.
अब कड़ी चुनौतियों का सामना करना होगा
इस योजना में अगले चरण के लिए दो प्रमुख चुनौतियों पर काम करना होगा. पहला शहर को प्रदूषण से मुक्ति दिलाने के लिए साइकिल को प्रोत्साहित कराना. दूसरा, इस तरह की स्मार्ट सड़क को विकसित करना जो लोगों को पसंद आए. इस दावे की राष्ट्रीय स्तर पर जांच होगी. इसे लेकर पब्लिक फीडबैक लिया जाएगा. इंडियन स्मार्ट सिटी पुरस्कार की घोषणा अगले वर्ष मई में होने की उम्मीद है.
इंडियन स्मार्ट सिटी अवार्ड में इस तरह चयन
केंद्रीय आवास और शहरी कार्य मंत्रालय के तहत चल रहे स्मार्ट सिटी मिशन में स्मार्ट सिटीज अवार्ड प्रतियोगिता का आयोजन किया जाता है. स्मार्ट सिटी में शामिल शहरों की कार्य प्रगति, परियोजनाओं और अभिनव विचारों को फोकस किया गया है. इसमें चयन इस आधार पर किया गया है कि जो शहरों, परियोजनाओं और अभिनव विचारों को मान्यता देगा और पुरस्कृत करेगा, जो भारत में शहरी क्षेत्रों में सतत विकास को बढ़ावा दे रहे हैं. साथ ही समावेशी, न्यायसंगत, सुरक्षित, स्वस्थ और सहयोगी शहरों को प्रोत्साहित कर रहे हैं.