लखनऊः वोट देने के मामले में लखनऊ की कैंट विधानसभा की रिकॉर्ड खराब है. राजधानी की सभी नौ विधानसभा में यहां सबसे कम मतदान होता रहा हैं. 2017 और 2012 के चुनावों के नतीजे तो यही कहानी बयां कर रहे हैं. स्थिति यह है कि मलिहाबाद और बीकेटी क्षेत्र में यहां के मुकाबले हर बार मतदान अधिक हुए हैं. इसके मद्देनजर इस बार चुनाव प्रतिशत बढ़ाने के लिए जिला प्रशासन की तरफ से मतदाता जागरूकता के लिए विशेष कार्यक्रम किए जा रहे हैं.
लखनऊ की सभी नौ विधानसभा सीटों में कुल मतदाता करीब 38,04,114 है. इसमें, पुरुष मतदाता 20,26,589 और महिला मतदाता 17,77,7319 (46.72 प्रतिशत) है. इनके अलावा, थर्ड जेण्डर की संख्या करीब 206 है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, 2012 के चुनाव में सबसे कम मतदान लखनऊ उत्तरी सीट पर हुआ था. यहां का मतदान प्रतिशत 50.26 रहा. कैंट की स्थिति भी कुछ ज्यादा अच्छी नहीं थी. यहां 50.56 प्रतिशत मतदाता ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया था. 2017 के चुनाव में लखनऊ उत्तरी की स्थिति तो सुधर गई. यहां 56.15 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने अधिकार का इस्तेमाल किया लेकिन, कैंट की स्थिति में कमोवेश वही रही. यहां 50.89 प्रतिशत ने अपने मताधिकारों का इस्तेमाल किया. वोट देने के मामले में मलिहाबाद, मोहनलालगंज और बीकेटी के मतदाता ज्यादा जागरूक निकले हैं. मलिहाबाद में 2012 में 65.35 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया. यह 2017 में बढ़कर 66.88 प्रतिशत तक पहुंच गया. बीकेटी में यह 2012 में 67.15 प्रतिशत और 2017 में 66.88 प्रतिशत तक रहा.
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वर्ष 2012 2017
मलिहाबाद 65.35 66.88
बीकेटी 67.15 66.88
लखनऊ पूर्वी 53.13 53.95
लखनऊ पश्चिम 49.98 56.09
लखनऊ मध्य 50.95 53.15
लखनऊ कैंट 50.56 50.89
सरोजनीनगर 59.27 58.34
मोहनलालगंज 64.72 65.24
लखनऊ उत्तरी 50.26 56.15
लखनऊ कैंट की वर्तमान तस्वीर
इस सीट पर ब्राह्मणों का वर्चस्व है. यहां इनकी संख्या करीब 1.40 लाख बताई जाती है. भाजपा के सुरेश तिवारी ने सपा के आशीष चतुर्वेदी को उपचुनाव में हराया था. ब्राह्मण के बाद मुस्लिम करीब 4 हजार , पंजाबी और सिंधी 50 से 60 हजार , वैश्य कर 25 हजार अनुसूचित जातियां करीब 25 हजार है.
कुल मतदाताः 3,65,241
पुरुष मतदाताः 1,95,392
महिला मतदाताः 1,69,828 (46.50 प्रतिशत)
थर्ड जेण्डरः 21
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