लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की भाऊराव देवरस पीठ जल्दी ही छात्र-छात्राओं को फ्यूजन वर्क (चिकन वर्क और पेंटिंग मिलाकर किया जाने वाला काम) के बारे में भी सिखायेगा. इसके लिए भाऊराव देवरस पीठ जल्द ही ट्रेनिंग एवं डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत करने जा रही है. ट्रेनिंग के दौरान लखनऊ के एक्सपर्ट चिकन, जरदोजी से लेकर बिहार की प्रसिद्ध मधुबनी, मंजुषा पेटिंग, महाराष्ट्र की वर्ली और तामिलनाडु की टाडा पेंटिंग व डिजाइन के बारे में भी बताएंगे, जिससे छात्र स्टार्टअप भी शुरू कर सकेंगे.
भाऊराव देवरस पीठ के निदेशक प्रो. सोमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि लखनऊ की चिकन कारीगरी और जरदोजी का काम हर जगह मशहूर है, लेकिन अभी तक फ्यूजन वर्क को मिलाकर चिकन पर काम नहीं हुआ है. 'फ्यूजन वर्क फार चिकन एवं जरदोजी' विषय पर होने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम में एक्सपर्ट इसकी बारीकियां, इससे शुरू होने वाले स्टार्टअप और स्कीम आदि के बारे में जानकारी देंगे. आपको बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने इस आयोजन की सहमति भी दे दिए हैं, जल्द ही इसकी तिथियां घोषित की जाएंगी.
स्माल इंडस्ट्रीज मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के साथ भाऊराव देवरस पीठ का एमओयू है. उनके सहयोग से चार दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम होगा. प्रो. सोमेश कुमार शुक्ला के मुताबिक चिकन, जरदोजी में फ्यूजन कान्सेप्ट, एम्ब्रायडरी का प्रयोग, उसकी डिजाइन, मार्केटिंग से लेकर बंगाल का काथा और कर्नाटक के कसूती वर्क से भी विशेषज्ञ विस्तार से बताएंगे.
लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं को सिखाएगा फ्यूजन वर्क - लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र-छात्राओं को सिखाएगा फ्यूजन वर्क
लखनऊ विश्वविद्यालय की भाऊराव देवरस पीठ जल्द ही छात्र-छात्राओं को फ्यूजन वर्क के बारे में भी सिखायेगा, इसके लिए भाऊराव देवरस पीठ जल्द ही ट्रेनिंग एवं डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत करने जा रही है.
लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय की भाऊराव देवरस पीठ जल्दी ही छात्र-छात्राओं को फ्यूजन वर्क (चिकन वर्क और पेंटिंग मिलाकर किया जाने वाला काम) के बारे में भी सिखायेगा. इसके लिए भाऊराव देवरस पीठ जल्द ही ट्रेनिंग एवं डेवलपमेंट प्रोग्राम की शुरुआत करने जा रही है. ट्रेनिंग के दौरान लखनऊ के एक्सपर्ट चिकन, जरदोजी से लेकर बिहार की प्रसिद्ध मधुबनी, मंजुषा पेटिंग, महाराष्ट्र की वर्ली और तामिलनाडु की टाडा पेंटिंग व डिजाइन के बारे में भी बताएंगे, जिससे छात्र स्टार्टअप भी शुरू कर सकेंगे.
भाऊराव देवरस पीठ के निदेशक प्रो. सोमेश कुमार शुक्ला ने बताया कि लखनऊ की चिकन कारीगरी और जरदोजी का काम हर जगह मशहूर है, लेकिन अभी तक फ्यूजन वर्क को मिलाकर चिकन पर काम नहीं हुआ है. 'फ्यूजन वर्क फार चिकन एवं जरदोजी' विषय पर होने वाले ट्रेनिंग प्रोग्राम में एक्सपर्ट इसकी बारीकियां, इससे शुरू होने वाले स्टार्टअप और स्कीम आदि के बारे में जानकारी देंगे. आपको बता दें कि लखनऊ विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने इस आयोजन की सहमति भी दे दिए हैं, जल्द ही इसकी तिथियां घोषित की जाएंगी.
स्माल इंडस्ट्रीज मैन्युफैक्चरिंग एसोसिएशन के साथ भाऊराव देवरस पीठ का एमओयू है. उनके सहयोग से चार दिन का ट्रेनिंग प्रोग्राम होगा. प्रो. सोमेश कुमार शुक्ला के मुताबिक चिकन, जरदोजी में फ्यूजन कान्सेप्ट, एम्ब्रायडरी का प्रयोग, उसकी डिजाइन, मार्केटिंग से लेकर बंगाल का काथा और कर्नाटक के कसूती वर्क से भी विशेषज्ञ विस्तार से बताएंगे.