लखनऊ: राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत लखनऊ विश्वविद्यालय ने मास्क बैंक की शुरुआत की है. मंगलवार को विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने प्रशासनिक भवन में मास्क बैंक का उद्घाटन किया. कुलपति ने अपने संबोधन में लविवि व राष्ट्रीय सेवा योजना लखनऊ के इस पहल की सराहना की. उन्होंने कहा कि कोविड-19 की विभीषिका के बीच राष्ट्रीय सेवा योजना लखनऊ विश्वविद्यालय ने जागरूकता एवं जन सहायता के अनेक कार्य किए हैं.
कुलपति आलोक कुमार ने कहा कि मास्क बैंक की शुरुआत एक सराहनीय कदम है. इससे जरूरतमंदों को सहायता मिल सकेगी. कोरोना संकट के दौर में सामाजिक दूरी एवं मास्क का उपयोग ही संक्रमण से बचाव के तरीके हैं. किसी भी संस्था का समाज से जुड़ाव अत्यंत आवश्यक है. समाज हित के कार्य से ही संस्था मानवता के हित की ओर निरंतर अग्रसर होगी और अप्रत्यक्ष रूप से देशहित का कार्य भी होगा.
कुलपति ने विश्वविद्यालय के सभी शिक्षकों से आह्वान किया कि वे अपनी क्षमता अनुसार विश्वविद्यालय के मास्क बैंक में मास्क जमा करवा सकते हैं, ताकि जरूरतमंदों तक अधिक से अधिक मास्क को वितरित किया जा सके. समाज के सहयोग से मास्क बैंक में अब तक 5,000 मास्क विश्वविद्यालय की ओर से जमा किया जा चुका है.
लखनऊ NSS इकाई के समन्वयक डॉ. राकेश द्विवेदी ने कोरोना की विभीषिका के बीच राष्ट्रीय सेवा योजना व लखनऊ विश्वविद्यालय की पूर्व की कार्य योजनाओं का उल्लेख किया. साथ ही मास्क बैंक शुरू करने में राष्ट्रीय सेवा योजना के वॉलिंटियर्स, कार्यक्रम अधिकारियों एवं विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं की भूमिका एवं योगदान की चर्चा की.
राकेश द्विवेदी ने बताया कि सभी के योगदान से राष्ट्रीय योजना के कार्यालय में बड़ी संख्या में मास्क उपलब्ध है. कोई भी जरूरतमंद व्यक्ति स्वयं व अपने परिवार के सदस्यों के लिए लविवि स्थित राष्ट्रीय सेवा योजना कार्यालय से मास्क प्राप्त कर सकते हैं.
कार्यक्रम में अधिष्ठाता छात्र कल्याण प्रो. पूनम टंडन, कुलानुशासक प्रो. दिनेश कुमार, चीफ प्रोवोस्ट प्रो. नलिनी पाण्डेय, आईपीपीआर निदेशक डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव, डॉ. संजय मेधावी, डॉ. अलका मिश्रा, डॉ. महेन्द्र अग्निहोत्री, डॉ. ओपी शुक्ला, डॉ. राहुल पाण्डेय, डॉ. राजेन्द्र वर्मा, डॉ. केया पाण्डेय, डॉ. मोहिनी गौतम एवं अन्य शिक्षक व कर्मचारीगण कर्मचारी उपस्थित रहे.