लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय (लविवि) का 65वां दीक्षांत समारोह आगामी 21 जनवरी को आयोजित होगा. इस बार दीक्षांत समारोह विश्वविद्यालय के दूसरे परिसर में आयोजित होगा. साथ ही इस बार दीक्षांत समारोह में दिए जाने वाले सभी पदकों की सूची जारी कर दी गई है. विश्वविद्यालय के सर्वोच्च चांसलर मेडल 2022 एलएलबी आनर्स की राजश्री लक्ष्मी, चक्रवर्ती गोल्ड मेडल फॉर सर्विस 2022 पीएचडी छात्र उग्रसेन वर्मा एवं वाइस चांसलर गोल्ड मेडल (एनसीसी) 2022 बीए आनर्स (अर्थशास्त्र) के छात्र ऋतिक कुमार सिंह को दिया जाएगा. इसके साथ ही सभी 188 पदकों की प्रस्तावित फाइनल सूची भी अपलोड कर दी गई है और नामों पर यदि कोई आपत्ति है तो 11 जनवरी तक परीक्षा नियंत्रक कार्यालय में अनिवार्य रूप से आपत्ति दर्ज करानी होगी. दीक्षांत की तैयारियों को लेकर कुलपति प्रोफेसर आलोक कुमार राय ने दूसरे परीक्षण में बने नए ऑडिटोरियम का जायजा लिया तथा तैयारियों को पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दिए.
लखनऊ विश्वविद्यालय का दीक्षांत समारोह में चांसलर, वाइस चांसलर और चक्रवर्ती मेडल के साथ जारी 188 पदकों में सबसे ज्यादा 10 पदक एमए (गृह विज्ञान) की छात्रा आकांक्षा वर्मा को मिले हैं. इसके साथ ही एमए (एमआईएच) की छात्रा अमृता श्रीवास्तव को नौ पदक, लॉ की छात्रा प्रियमवदा शुक्ला को आठ, एमएससी फिजिक्स की छात्रा निधि तिवारी को सात एवं एमएससी की प्रज्ञा यादव को छह पदक मिले हैं. इसके साथ ही एमए संस्कृत के चंदन यादव, एमए हिंदी की प्रिया सिंह, एमए समाज कार्य की अन्विषा सागर पांडे, एमए हिस्ट्री की छात्रा रोली यादव, एमपीए की छात्रा यशी नेगी एवं एमएससी की दीपाली तिवारी को चार-चार पदक मिले हैं.
विश्वविद्यालय का सबसे प्रतिष्ठित, चांसलर गोल्ड मेडल एलएलबी (पंचवर्षीय) की पढ़ाई पूरी करने वाली राजश्री लक्ष्मी को मिलेगा. इनके पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं और मिर्जापुर में पोस्ट ऑफिस में अकाउंटेंट हैं. मूलतः वाराणसी की रहने वाली राजश्री का जन्म जम्मू कश्मीर में हुआ. माता हाउस वाइफ हैं, लेकिन खेती का पूरा कार्य खुद ही देखती हैं. पिता के सेना में होने से राजश्री की शुरुआती पढ़ाई वाराणसी, मिर्जापुर में हुई. अपने माता-पिता को आदर्श मानने वाली राजश्री ने बताया कि 'मैं अभी एलएलएम कर रही हूं. भविष्य में टीचिंग या किसी मिनिस्ट्री में नौकरी करना चाहूंगी. उन्होंने कहा कि मेरी इस सफलता के पीछे प्रो. आनंद विश्वकर्मा और डॉ. बीआर अंबेडकर गर्ल्स हॉस्टल की वार्डेन अर्चना सिंह का हाथ है. इन दोनों ने लगातार मुझे आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.'
लखनऊ विवि के बैचलर इन इकोनॉमिक्स (ऑनर्स) के अंतिम वर्ष के छात्र ऋतिक कुमार सिंह को वाइस चांसलर गोल्ड मेडल (एनसीसी) 2022 के लिए चुना गया है. ये राजधानी के बिजनौर रोड स्थित रॉयल सिटी कॉलोनी के निवासी हैं, क्योंकि ऋतिक के पिता आर्मी से रिटायर्ड हैं, इसलिए इनका भी एकमात्र लक्ष्य आर्मी अफसर बन देश सेवा करना है. उन्होंने एनसीसी में रहते हुए ब्लड डोनेशन, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, पिथौरागढ़ में रॉक क्लेम्बिंग एंड ट्रेनिंग, लखनऊ गणतंत्र दिवस सहित अन्य कई कैंप किए. ऋतिक ने बताया कि मैंने एनसीसी से यह सीखा है कि कठिन परिस्थितियों में भी कैसे आगे बढ़ना है. जिससे मुझे जीवन जीने में आसानी होती है. उन्होंने कहा कि 'जनवरी माह में मेरी एनसीसी खत्म होने वाली है. जिसके बाद डिफेंस सर्विसेज की तैयारी करूंगा.'
लखनऊ विवि से एलएलबी ऑनर्स (पंचवर्षीय), एलएलएम, सर्टिफाइड कोर्स इन योग व पीएचडी कर चुके उग्रसेन वर्मा को चक्रवर्ती गोल्ड मेडल फॉर सर्विस 2022 दिया जाएगा. अम्बेडकरनगर जिले की तहसील अकबरपुर की लारपुर ग्राम सभा के निवासी उग्रसेन के पिता सरदार पटेल इंटर कॉलेज के शिक्षक रहे. इन्हें साल 2012 में राष्ट्रपति पुरुस्कार भी मिला था. इसी कॉलेज से उग्रसेन ने इंटरमीडिएट किया, जिसके बाद लखनऊ विवि में दाखिला लिया. उग्रसेन वर्मा ने बताया कि 'मेरा पूरा ध्यान इस वक्त 12 फरवरी को होने वाली पीसीएस-जे की परीक्षा पर है. मैं उसी में उत्तीर्ण होना चाहता हूं. साथ ही मैं इलाहाबाद विवि में होने वाली असिस्टेंट प्रोफेसर की भर्ती की भी तैयारी कर रहा हूं.'
सबसे ज्यादा पदक जीतने वाली छात्राएं
आकांक्षा वर्मा (10 पदक, एमए गृह विज्ञान) : स्वामी रामतीर्थ मेमोरियर गोल्ड मेडल, बिशम्भर नाथ श्रीवास्तव गोल्ड मेडल, कुंवर बहादुर शाह गोल्ड मेडल, बिश्वेश्वर नाथ गोल्ड मेडल, चांसलर सिल्वर मेडल, चांसलर सिल्वर, गंगा देवी मेमारियल गोल्ड मेडल, विद्यावती मेमोरियल गोल्ड मेडल, डा. इंद्रजीत सिंह गोल्ड, मेडल
अमृता श्रीवास्तव (9 पदक एमए आईएएच) : श्रीनिवास वर्दाचारियार गोल्ड मेडल, पंडित किशन नारायण वंतू, पंडित महराज किशन गोल्ड मेडल, त्रिलोकी नाथ गुरु मेमोरियल गोल्ड मेडल, राय बहादुर प्रयाग दयाल मेमोरियल गोल्ड मेडल, उत्पल्सना-सचिदानन्द भटटाचार्य बुक प्राइज, गंगा प्रसाद मिश्रा मेमोरियल गोल्ड मेडल, डा. ब्रजेन्द्र नाथ शर्मा मेमोरियल गोल्ड मेडल, आरएस दास मेमोरियल गोल्ड मेडल, उर्मिला शुक्ला मेमोरियल गोल्ड मेडल
प्रियमवदा शुक्ल (8 पदक लॉ) : बाबू महावीर प्रसाद श्रीवास्तव गोल्ड मेडल, द्वारिका प्रसाद निगम गोल्ड मेडल, प्रेसीडेंट ऑफ इंडिया डा. शंकर दयाल शर्मा गोल्ड मेडल, पंडित देवी सहाय मिश्रा गोल्ड मेडल, डा. राज कृष्णा मेमोरियल गोल्ड मेडल, डीपी बोरा मेमोरियल गोल्ड मेडल, बीके धवन मेमोरियल गोल्ड मेडल, सुग्गा बीबी गोल्ड मेडल
निधि तिवारी (7 पदक, एमएससी फिजिक्स) : वार्ड मेमोरियल विद्यांत गोल्ड मेडल, राजेन्द्र नाथ सान्याल गोल्ड मेडल, अजोय कुमार मित्रा गोल्ड मेडल, विजय शंकर त्रिपाठी गोल्ड मेडल, चुन्नी लाल साहनी मेमोरियल गोल्ड मेडल, वार्ड मेमोरियल गोल्ड मेडल
प्रज्ञा यादव (6 पदक एमएससी) : डा. एएन सिंह गोल्ड मेडल, इकबाल नारायण श्रीवास्तव मेमोरियल गोल्ड मेडल, माधुरी देवी मेमोरियल गोल्ड मेडल, स्वामी रामा तीर्थ गोल्ड मेडल, पंडित देवी सहाय मिश्रा गोल्ड मेडल, गाल मेमोरियल ब्रांच मेडल