लखनऊ: लखनऊ विश्वविद्यालय में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए परिसर को बंद करने का फैसला लिया गया है. आगामी 10 अप्रैल तक लखनऊ विश्वविद्यालय और सभी सहयुक्त महाविद्यालय बंद रहेंगे. कुलसचिव डॉ. विनोद कुमार सिंह ने यह निर्देश मंगलवार को जारी किए हैं. उन्होंने साफ किया है कि किसी भी तरह का प्रशासनिक कार्य नहीं होगा.
बता दें, लखनऊ विश्वविद्यालय में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है. पद्मश्री प्रोफेसर बृजेश शुक्ला का देहांत हो गया. वहीं, कई कर्मचारी और अधिकारियों के कोरोना संक्रमित होने की बात सामने आई है. इस बार लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ और कर्मचारी संघ की ओर से उपमुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा को ज्ञापन सौंपकर परिसर बंद कराने की मांग की गई थी, जिसके बाद विश्वविद्यालय को बंद किया गया है.
शिक्षक संघ ने की 20 अप्रैल तक बंद करने की मांग
लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ की ओर से 14 दिन यानी करीब 20 अप्रैल तक परिसर को बंद करने की मांग उठाई गई है. शिक्षक संघ के अध्यक्ष डॉ. विनीत वर्मा का कहना है कि कोरोना की चेन को तोड़ने के लिए जरूरी है कि परिसर को 14 दिन के लिए बंद किया जाए.
परीक्षाएं टाली जाएं
उधर, इन हालातों में छात्र-छात्राओं की ओर से भी परीक्षाओं को आगे टालने की मांग की गई है. बता दें कि पहले यह परीक्षाएं 6 अप्रैल से शुरू हो रही थीं, लेकिन कोरोना संक्रमण को देखते हुए इन्हें टाला गया. अब 11 अप्रैल के बाद इस पर फैसला होना है. छात्रों का कहना है कि लगातार कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे हैं. ऐसे हालातों में परीक्षाएं कराने से खतरा और भी बढ़ जाएगा.
नेशनल कॉलेज ने टाली परीक्षां, बच्चों को घर भेजा
नेशनल पीजी कॉलेज ने अपनी सेमेस्टर परीक्षाएं टाल दी हैं. छात्रावासों में रहने वाले छात्रों को भी घर वापस जाने के लिए कह दिया गया है. प्रिंसिपल ने बताया कि अभी ऑनलाइन कक्षाएं ही संचालित की जाएंगी. स्थितियां सामान्य होने के बाद ही छात्रों को बुलाया जाएगा.