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जर्जर हालत में लखनऊ यूनिवर्सिटी के आवास, खतरे में कई जान

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Published : Jan 7, 2021, 5:16 AM IST

लखनऊ यूनिवर्सिटी में कर्मचारियों के लिए बने भवन जर्जर अवस्था में हैं. इससे किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है. कर्मचारियों ने बताया कि कई बार इन आवासों की मरम्मत कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. कर्मचारियों का कहना है कि यहां पानी की भी समस्या बनी रहती है.

lucknow university employees buildings
जर्जर अवस्था में लखनऊ यूनिवर्सिटी के भवन.

लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय ओल्ड कैंपस के पीछे बने कर्मचारियों के आवास जर्जर हो चुके हैं. सालों से मेंटेनेंस न हो पाने से कर्मचारी और उनका परिवार इन जर्जर मकानों में रहने को मजबूर है. कभी छत से प्लास्टर गिर रहा तो कई मकानों की दीवारों में दरारें आ गई हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है. वहीं कर्मचारियों ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से कॉलोनी में पानी की भी समस्या बनी हुई है.

जर्जर अवस्था में यूनिवर्सिटी के भवन.
लखनऊ विद्यालय में कार्य करने वाले कई कर्मचारियों को मकान न होने के कारण टीन शेड आवंटित किए गए हैं, जहां वह अपने परिवार के साथ रहते हैं. लेकिन इन आवासों की हालत बद से बदतर हो चुकी है और दीवारों में दरारें पड़ गई है. आलम यह है कि आवास इतने जर्जर हैं कि रात में सोते समय प्लास्टर गिरता रहता है. ऐसे में डर के मारे उनकी नींद उड़ जाती है. कर्मचारियों ने बताया कि कई बार इन आवासों की मरम्मत कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

शिकायत के बावजूद नहीं होती सुनवाई
एलयू के कर्मचारी रामेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिस घर में रहते हैं, वहां पूरे मकान में सालभर सीलन बनी रहती है. पिछले दिनों छत का प्लास्टर झड़ने से बच्चे की आंख में बालू गिर गई थी, जिसके बाद अपने पैसों से रंगाई पुताई कराई है. दीवारों से प्लास्टर गिरता रहता है. कई बार लिखित शिकायत की गई, लेकिन मरम्मत का कार्य आज तक नहीं हो सका है. वहीं मीना सिंह ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से कॉलोनी में पानी की समस्या बनी हुई है. टंकी टूटी होने से तीन मंजिल तक पानी चढ़ा कर लाना पड़ रहा है. जबकि खिड़कियों के शीशे टूटने से ठंडी हवाएं घर के अंदर आती हैं.

lucknow university employees buildings
पानी की टंकी.
जल्द समस्या दूर होने का दावा
लविवि के निर्माण विभाग के कार्य अधीक्षक डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि उनके संज्ञान में जिन घरों की मरम्मत के मामले आते हैं. उन सभी का निस्तारण किया जा रहा है. हालांकि जिन आवासों की हालत जर्जर है, उनमें जल्द से जल्द मरम्मत का कार्य करवाया जाएगा और जहां पीने के पानी की समस्या है, उसको भी दूर कराया जाएगा.

लखनऊ : लखनऊ विश्वविद्यालय ओल्ड कैंपस के पीछे बने कर्मचारियों के आवास जर्जर हो चुके हैं. सालों से मेंटेनेंस न हो पाने से कर्मचारी और उनका परिवार इन जर्जर मकानों में रहने को मजबूर है. कभी छत से प्लास्टर गिर रहा तो कई मकानों की दीवारों में दरारें आ गई हैं. ऐसे में कभी भी कोई बड़े हादसे से इनकार नहीं किया जा सकता है. वहीं कर्मचारियों ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से कॉलोनी में पानी की भी समस्या बनी हुई है.

जर्जर अवस्था में यूनिवर्सिटी के भवन.
लखनऊ विद्यालय में कार्य करने वाले कई कर्मचारियों को मकान न होने के कारण टीन शेड आवंटित किए गए हैं, जहां वह अपने परिवार के साथ रहते हैं. लेकिन इन आवासों की हालत बद से बदतर हो चुकी है और दीवारों में दरारें पड़ गई है. आलम यह है कि आवास इतने जर्जर हैं कि रात में सोते समय प्लास्टर गिरता रहता है. ऐसे में डर के मारे उनकी नींद उड़ जाती है. कर्मचारियों ने बताया कि कई बार इन आवासों की मरम्मत कराने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से गुहार लगा चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है.

शिकायत के बावजूद नहीं होती सुनवाई
एलयू के कर्मचारी रामेंद्र बहादुर सिंह ने बताया कि जिस घर में रहते हैं, वहां पूरे मकान में सालभर सीलन बनी रहती है. पिछले दिनों छत का प्लास्टर झड़ने से बच्चे की आंख में बालू गिर गई थी, जिसके बाद अपने पैसों से रंगाई पुताई कराई है. दीवारों से प्लास्टर गिरता रहता है. कई बार लिखित शिकायत की गई, लेकिन मरम्मत का कार्य आज तक नहीं हो सका है. वहीं मीना सिंह ने बताया कि पिछले एक हफ्ते से कॉलोनी में पानी की समस्या बनी हुई है. टंकी टूटी होने से तीन मंजिल तक पानी चढ़ा कर लाना पड़ रहा है. जबकि खिड़कियों के शीशे टूटने से ठंडी हवाएं घर के अंदर आती हैं.

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पानी की टंकी.
जल्द समस्या दूर होने का दावा
लविवि के निर्माण विभाग के कार्य अधीक्षक डॉ. दुर्गेश श्रीवास्तव ने बताया कि उनके संज्ञान में जिन घरों की मरम्मत के मामले आते हैं. उन सभी का निस्तारण किया जा रहा है. हालांकि जिन आवासों की हालत जर्जर है, उनमें जल्द से जल्द मरम्मत का कार्य करवाया जाएगा और जहां पीने के पानी की समस्या है, उसको भी दूर कराया जाएगा.
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