लखनऊ : परिवहन विभाग पिछले काफी समय से आवेदकों को घर बैठे ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस की सुविधा देने का प्लान कर रहा था. 24 अगस्त से बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तहत घर बैठे ऑनलाइन शिक्षार्थी लाइसेंस आवेदन की सेवा भी शुरू की गई, लेकिन दो दिनों में एक भी लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस जारी नहीं हो पाया है. इससे फिलहाल परिवहन विभाग का यह पायलट प्रोजेक्ट फेल होता नजर आ रहा है. बाराबंकी में जब ऑनलाइन आवेदन नहीं हो पा रहे हैं तो ऐसे में प्रदेश के अन्य आरटीओ कार्यालय में यह सेवा शुरू होने में और भी देरी हो सकती हैं.
आवेदकों को राहत नहीं दे पा रही सेवा
परिवहन विभाग ने 24 अगस्त से बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस की व्यवस्था शुरू की थी. उद्देश्य था कि लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदकों को आरटीओ कार्यालय आने से मुक्ति दिलाना. लेकिन परिवहन विभाग की यह सेवा फिलहाल आवेदकों को राहत नहीं दे पा रही है. बाराबंकी में पिछले दो दिन से एक भी आवेदक घर बैठे ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस नहीं बनवा पाया है. परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि दिक्कत आधार कार्ड लिंक होने के चलते हो रही है. आवेदक आवेदन के समय जो आधार कार्ड लगा रहे हैं उनमें से ज्यादातर मोबाइल नंबर गलत है, इसलिए ओटीपी पहुंच ही नहीं रहा है. इतना ही नहीं कुछ आवेदक तो जब अपना आधार कार्ड लगा रहे हैं तो उनका आधार कार्ड ही मान्य नहीं हो रहा है. कई डॉक्यूमेंट अपलोड होने में दिक्कत आ रही है.
पहले दिन आए 86 तो दूसरे दिन 25 आवेदन
बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में घर बैठे लर्नर लाइसेंस बनवाने की सुविधा 24 अगस्त से शुरू हुई तो पहले दिन एक भी आवेदक का आवेदन नहीं हो पाया. दूसरे दिन 25 आवेदकों के आवेदन प्राप्त हुए, लेकिन इनमें से जब टेस्ट देने की नौबत आई तो ओटीपी ही संबंधित मोबाइल नंबर पर नहीं पहुंचा. एप्लिकेशन नम्बर ही जनरेट नहीं हो पाए. इसके चलते एक भी लर्नर लाइसेंस घर बैठे जारी नहीं हो सका.
टेस्ट में पास होने के बाद मिल जाता है अप्रूवल
इस सेवा के तहत आवेदक के डॉक्यूमेंट अपलोड होने के बाद आधार कार्ड पर दर्ज मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी जाता है. इसके बाद घर बैठे घर पर ही लर्नर लाइसेंस के लिए टेस्ट दे सकते हैं. टेस्ट में पास होने के बाद आरटीओ कार्यालय की तरफ से लाइसेंस अप्रूव कर दिया जाता है और घर बैठे ही लाइसेंस का प्रिंटआउट आवेदक निकाल सकते हैं.
लखनऊ समेत अन्य कार्यालयों में देर से शुरू होगी सेवा
बाराबंकी आरटीओ कार्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू हुई घर बैठे ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस की सेवा पूरी तरह अभी दुरुस्त नहीं है. ऐसे में लखनऊ आरटीओ कार्यालय समेत प्रदेश के सभी कार्यालयों में यह व्यवस्था लागू होने में अब कुछ और समय लग सकता है. परिवहन विभाग के अधिकारी भी यह बता पाने में असमर्थ हैं कि अभी कितने दिन में बाराबंकी में व्यवस्था पटरी पर आ पाएगी. कितने दिन बाद प्रदेश भर के आरटीओ कार्यालय में यह व्यवस्था लागू होगी जिससे आवेदकों को सहूलियत मिल सके.
फेल साबित हो रहा परिवहन विभाग का घर बैठे ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस का पायलट प्रोजेक्ट ! - बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय
परिवहन विभाग का घर बैठे ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस का पायलट प्रोजेक्ट फिलहाल फेल होता नजर आ रहा है. बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में घर बैठे लर्नर लाइसेंस बनवाने की सुविधा 24 अगस्त से शुरू हुई तो पहले दिन एक भी आवेदक का आवेदन नहीं हो पाया.
लखनऊ : परिवहन विभाग पिछले काफी समय से आवेदकों को घर बैठे ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस की सुविधा देने का प्लान कर रहा था. 24 अगस्त से बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तहत घर बैठे ऑनलाइन शिक्षार्थी लाइसेंस आवेदन की सेवा भी शुरू की गई, लेकिन दो दिनों में एक भी लर्नर ड्राइविंग लाइसेंस जारी नहीं हो पाया है. इससे फिलहाल परिवहन विभाग का यह पायलट प्रोजेक्ट फेल होता नजर आ रहा है. बाराबंकी में जब ऑनलाइन आवेदन नहीं हो पा रहे हैं तो ऐसे में प्रदेश के अन्य आरटीओ कार्यालय में यह सेवा शुरू होने में और भी देरी हो सकती हैं.
आवेदकों को राहत नहीं दे पा रही सेवा
परिवहन विभाग ने 24 अगस्त से बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस की व्यवस्था शुरू की थी. उद्देश्य था कि लर्नर लाइसेंस के लिए आवेदकों को आरटीओ कार्यालय आने से मुक्ति दिलाना. लेकिन परिवहन विभाग की यह सेवा फिलहाल आवेदकों को राहत नहीं दे पा रही है. बाराबंकी में पिछले दो दिन से एक भी आवेदक घर बैठे ऑनलाइन लर्नर लाइसेंस नहीं बनवा पाया है. परिवहन विभाग के अधिकारी बताते हैं कि दिक्कत आधार कार्ड लिंक होने के चलते हो रही है. आवेदक आवेदन के समय जो आधार कार्ड लगा रहे हैं उनमें से ज्यादातर मोबाइल नंबर गलत है, इसलिए ओटीपी पहुंच ही नहीं रहा है. इतना ही नहीं कुछ आवेदक तो जब अपना आधार कार्ड लगा रहे हैं तो उनका आधार कार्ड ही मान्य नहीं हो रहा है. कई डॉक्यूमेंट अपलोड होने में दिक्कत आ रही है.
पहले दिन आए 86 तो दूसरे दिन 25 आवेदन
बाराबंकी एआरटीओ कार्यालय में घर बैठे लर्नर लाइसेंस बनवाने की सुविधा 24 अगस्त से शुरू हुई तो पहले दिन एक भी आवेदक का आवेदन नहीं हो पाया. दूसरे दिन 25 आवेदकों के आवेदन प्राप्त हुए, लेकिन इनमें से जब टेस्ट देने की नौबत आई तो ओटीपी ही संबंधित मोबाइल नंबर पर नहीं पहुंचा. एप्लिकेशन नम्बर ही जनरेट नहीं हो पाए. इसके चलते एक भी लर्नर लाइसेंस घर बैठे जारी नहीं हो सका.
टेस्ट में पास होने के बाद मिल जाता है अप्रूवल
इस सेवा के तहत आवेदक के डॉक्यूमेंट अपलोड होने के बाद आधार कार्ड पर दर्ज मोबाइल नंबर पर एक ओटीपी जाता है. इसके बाद घर बैठे घर पर ही लर्नर लाइसेंस के लिए टेस्ट दे सकते हैं. टेस्ट में पास होने के बाद आरटीओ कार्यालय की तरफ से लाइसेंस अप्रूव कर दिया जाता है और घर बैठे ही लाइसेंस का प्रिंटआउट आवेदक निकाल सकते हैं.
लखनऊ समेत अन्य कार्यालयों में देर से शुरू होगी सेवा
बाराबंकी आरटीओ कार्यालय में पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरू हुई घर बैठे ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस की सेवा पूरी तरह अभी दुरुस्त नहीं है. ऐसे में लखनऊ आरटीओ कार्यालय समेत प्रदेश के सभी कार्यालयों में यह व्यवस्था लागू होने में अब कुछ और समय लग सकता है. परिवहन विभाग के अधिकारी भी यह बता पाने में असमर्थ हैं कि अभी कितने दिन में बाराबंकी में व्यवस्था पटरी पर आ पाएगी. कितने दिन बाद प्रदेश भर के आरटीओ कार्यालय में यह व्यवस्था लागू होगी जिससे आवेदकों को सहूलियत मिल सके.