लखनऊ : केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को आम बजट पेश किया. राजधानी लखनऊ के व्यापारियों की बजट को लेकर क्या अपेक्षाएं थीं और बजट कैसा रहा, इसको लेकर ईटीवी भारत ने व्यापारियों से बातचीत की.
उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजय गुप्ता ने कहा कि 'बहुप्रतीक्षित मांग को वित्तमंत्री ने पूरा किया है. टैक्स स्लैब में परिवर्तन की बात कही जा रही थी और उसे बढ़ाया गया है, वह स्वागत योग्य है. अब लोगों को टैक्स में यानी कागज में शो करने में दिक्कत नहीं होगी. महिला व्यापारी मीतू रस्तोगी ने कहा कि 'स्टार्टअप के लिए कोई टैक्स नहीं है. सोलर एनर्जी को बेहतर करने के लिए इस बजट में कोई प्रावधान नजर नहीं आया है. सोलर एनर्जी को बढ़ावा देने की बात हो रही है, ग्रीन एनर्जी की बात हो रही है, लेकिन उसमें ऐसा कुछ नजर नहीं आया है. लक्ष्मी कांत झुनझुनवाला ने कहा कि 'मुझे लगता है कि एमएसएमई बढ़ेगी, रोजगार की क्षमता बढ़ेगी, सरकार ने एमएसएमई इकाइयों को बढ़ावा देने की कई योजनाएं शुरू करने की बात कही है. इंपोर्ट ड्यूटी में भी छूट दी गई है. यह भी काफी स्वागत योग्य फैसला है.'
व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने ऑनलाइन शॉपिंग में टैक्स लगाये जाने को लेकर कहा कि 'हम ऑनलाइन शॉपिंग के विरोधी नहीं हैं, लेकिन उस पर कुछ टैक्स आदि की व्यवस्था होनी चाहिए थी, वहीं लखनऊ व्यापार मंडल के वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्रा ने कहा कि 'एमएसएमई के लिए 9 हजार करोड़ अच्छी स्कीम है, राज्यों को 50 साल के लिये कर मुक्त ब्याज अच्छा कदम है. एमएसएमई को क्रेडिट गारंटी अच्छी स्कीम है. कोविड प्रभावित एमएसएमई की 95% पूंजी लौटाना अच्छा कदम है. उन्होंने कहा कि साइकिल मोबाइल एलईडी इलेक्ट्रिक गाड़ियां सस्ती होंगी अच्छा है. 7 लाख तक आयकर छूट अच्छा कदम है, 3 लाख तक निल किया है इसे भी 5 लाख होना चाहिए. 9 लाख की इनकम तक कुल टैक्स 45 हज़ार पड़ेगा. कुल मिलाकर चुनावी बजट है. ऑनलाइन कारोबार पर कोई टैक्स न लगने से व्यापारियों में निराशा है. सभी वर्गों को संतुष्ट करने की कोशिश, मगर व्यापारियों के लिये कुछ नहीं.'
यह भी पढ़ें : Cheaper and Costlier in Budget 2023 : क्या हुआ सस्ता, क्या हुआ महंगा, एक नजर