लखनऊ: देशव्यापी लॉकडाउन ने कारोबार को बुरी तरह प्रभावित किया है. लॉकडाउन के कारण होने वाले आर्थिक नुकसान का असर साफ देखा जा सकता है. सरकार ने भले ही नियम और शर्तों के साथ कारोबार को खोलने की अनुमति दे दी हो, लेकिन कई कारोबार अभी भी पूरी तरह से ठप पड़े हुए हैं. दुकानों पर सन्नाटा पसरा हुआ है. कारोबार पूरी तरीके से ठप होने के चलते व्यापारियों को आर्थिक तंगी का अब डर भी सताने लगा है. हालांकि व्यापारियों को अब आगामी नवरात्रि त्योहार से कारोबार सुधरने की उम्मीद जगी है.
राजधानी लखनऊ के तालकटोरा स्थित पूजा की सामग्री बेचने वाले दुकानदार विशाल का कहना है कि कोरोना काल से हम लोग बहुत पीड़ित हैं. कारोबार ठप होने से सैलरी देना बहुत मुश्किल हो गया है. पिछली नवरात्रि में लॉकडाउन लगने से हम लोगों का काफी नुकसान हुआ, जिससे हम लोग काफी डरे हुए हैं. हालांकि इस नवरात्रि से हम लोगों को काफी उम्मीदें हैं. इस समय केवल जमा की हुई पूंजी का इस्तेमाल कर रहे हैं. बच्चों की पढ़ाई भी बहुत मुश्किल हो गई है.
कपड़ा व्यवसायी सिराज खान का कहना है कि लॉकडाउन के बाद पितृपक्ष लगने से पहले ही दुकानदारी चौपट थी. अब एक महीने का मलमास लग चुका है. इस नवरात्रि से कुछ उम्मीदें हैं. सात महीने से हम लोगों का काम बंद पड़ा हुआ है. बचत की हुई पूंजी ही खर्चा कर रहे हैं. दुकानदारी पूरी तरीके से चौपट है. नवरात्रि में उम्मीद है कि काम शुरू हो सकता है.
वहीं स्टूडियो संचालक अमित शुक्ला का कहना है कि हम लोगों का पूरा काम सहालग पर डिपेंड हो गया है. काफी समय से काम बंद होने के चलते आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है. लॉकडाउन खुलने के बाद पितृपक्ष लग गया, अब करीब एक महीना का मलमास लगा हुआ है. नवरात्रि में कुछ उम्मीदें हैं कि काम शुरू हो सकेगा.