लखनऊ : राजधानी के कई इलाकों की सड़क खस्ताहाल हो चुकी है. बारिश होने के चलते जगह जगह गड्ढों में पानी भर गया है. लोगों का निकलना दूभर हो चुका है. ऐसा ही कुछ हाल रायबरेली रोड तेलीबाग बाजार (Telibagh Bazar) से खरिका तक जाने वाले रास्ते का है. बाजारी करण के चलते स्थानीय लोगों ने सड़क पर अतिक्रमण कर दुकानें बना ली हैं. समय के साथ आबादी बढ़ने से अब इन रास्तों पर चलना भी मुश्किल हो गया है. अतिक्रमण से बची हुई सड़क पर जगह जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं, सड़क के नाम पर कुछ नहीं बचा है.
रोड पूरी तरह से जर्जर हो जाने से दो पहिया वाहन सवार अक्सर गिरकर चोटिल हो जाते हैं. अतिक्रमण के कारण कार या अन्य वाहन के सामने से आ जाने पर निकल नहीं पाती. परेशान लोगों ने स्थानीय पार्षद पर भी क्षेत्र के विकास पर ध्यान नहीं देने और हीलाहवाली करने का आरोप लगाया है.
गौरव सेनानी कल्याण संस्थान के महासचिव विजयकांत बाजपेई ने बताया कि खरिका के नाम से नगर निगम जोन आठ में दो वार्ड बन गए हैं. खरिका वार्ड प्रथम, खरिका वार्ड द्वितीय. विडंबना यह है कि उसी खरिका तक पहुंचने के लिए रास्ता नहीं है. इस रास्ते से जुड़ी दर्जनों काॅलोनियों के लोग परेशानी झेल रहे हैं.
स्थानीय निवासी और अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह ने बताया कि सड़क किनारे बसे लोगों ने सड़क पर अतिक्रमण कर दुकानें बना ली हैं. नालियां बंद कर दी हैं, पानी सड़क पर भर जाता है, सड़क गड्ढे में बदल गई है. नगर निगम इस अतिक्रमण के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करता है. जब कि अंदर की सड़कों पर सबसे ज्यादा दिक्कत है.
खरिका वार्ड प्रथम के निवासी पतंजलि सिंह यादव ने बताया कि क्षेत्र में थोड़ी बरसात से सड़कों पर पानी भर जाता है. नगर निगम के अधिकारियों और कर्मचारियों को यहां के लोगों की परेशानी दिखाई नहीं देती. खरिका जाने वाली सड़क पर कुम्हारमंडी, भगवती विहार, बलदेव विहार, बंगाली टोला, राम टोला, ब्राह्मण टोला, खरिका, घोसियाना, गोपाल नगर, डिफेंस काॅलोनी के लोग आश्रित हैं.
क्या बोले जिम्मेदार : खरिका वार्ड प्रथम की पार्षद पूनम मिश्रा से जब इस बारे में जानकारी चाही तो उनका कहना था कि स्थानीय विधायक के माध्यम से इस समस्या के समाधान के लिए नगर आयुक्त को पत्र लिखा गया है.
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