लखनऊ: दरअसल, केरल में विस्फोटक भरे अनानास को किसी ने गर्भवती हथनी को खिला दिया, जिसकी वजह से बुरी तरह घायल हथिनी की 3 दिन बाद मौत हो गयी. हथिनी की मौत के बाद से पूरे देश में उबाल है. इसे लेकर सोशल मीडिया पर तमाम लोग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं. साथ ही सरकार से भी न्याय की मांग कर रहे हैं.
वहीं लखनऊ में भी एमसीए के छात्र सौरभ सड़कों पर खड़े होकर अपना विरोध दर्ज किया. राजधानी के रामस्वरूप ग्रुप ऑफ कॉलेज में एमसीए के छात्र सौरभ गुरुवार की दोपहर में एक पोस्टर लेकर गोमती नगर के सामाजिक परिवर्तन प्रतीक स्थल पर खड़े थे. उस पोस्टर में उन्होंने हाथी से माफी मांगी थी और लिखा, इंसानियत मर चुकी है. सौरभ देर शाम तक वहीं पर अकेले उस पोस्टर के साथ खड़े रहे और आते-जाते लोग उन्हें देखते रहे.
ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने बताया कि कल इस न्यूज के बारे में पढ़ा और वह रात भर सो नहीं पाए. सौरभ ने बताया कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर लोग पोस्ट करते हैं और उसके बाद भूल जाते हैं. हमारी सरकारें भी तमाम तरह की योजनाएं बनाती तो हैं लेकिन उसे फाइलों में ही दबाकर रख देती हैं. धरातल पर हमें कुछ भी काम नहीं दिखता. ऐसे में जरूरी है कि लोग आगे आएं और गलत के खिलाफ आवाज उठाएं.
सौरभ कहते हैं कि मैं हर जानवर को बेहद प्यार करता हूं और एक गर्भवती हथनी की हत्या ने मुझे रात भर सोने नहीं दिया. इसी की तरह लोग कुत्तों या सड़क पर चल रहे जानवरों के साथ भी हिंसा करते हैं, यह सही नहीं है. जानवर बोल नहीं सकते, लेकिन वह भी चोटिल होते हैं और उन्हें भी दर्द होता है. मेरा गुस्सा इन सभी के खिलाफ है जो जानवरों को चोट पहुंचाते हैं.
सौरभ जब रात में बैठकर अपने विरोध प्रदर्शन का पोस्टर बना रहे थे, तो उनके पिता ने उनसे पूछा और जब उन्होंने बताया कि वह अकेले विरोध करने जा रहे हैं तो उनके पिता ने उनका समर्थन किया. सौरभ ने बताया कि मेरे घर में सभी ने इस बात का समर्थन किया. सौरभ कहते हैं कि मैं अकेला तो सिस्टम में बदलाव नहीं ला सकता, लेकिन मैं जानता हूं कि किसी न किसी को तो बदलाव लाने की कोशिश करनी ही होगी, अगर लोगों का सपोर्ट मिलेगा तो फिर सिस्टम में भी बदलाव एक न एक दिन जरूर आएगा.