लखनऊ: ईटीवी भारत ने बुधवार को उत्तर प्रदेश सरकार के विभिन्न सचिवालय भवनों में कोरोना को लेकर सैनिटाइजर व्यवस्था की पड़ताल की थी. इस पड़ताल में दिखाया था, कि किस तरह सचिवालय के प्रवेश द्वार से लेकर शौचालय तक कहीं भी, कोरोना से बचने के उपाय नहीं किए गए हैं. सचिवालय में सैनिटाइजेशन की कोई व्यवस्था नहीं है. शौचालयों में हाथ धुलने के लिए साबुन तक उपलब्ध नहीं है.
जिसके बाद सरकार की नींद खुली, ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ. उत्तर प्रदेश सचिवालय प्रशासन ने बृहस्पतिवार की सुबह सचिवालय भवन के सभी प्रवेश द्वारों पर हाथ धुलने के लिए वॉश बेसिन की व्यवस्था की है. वॉश बेसिन के निकट मौजूद एक व्यक्ति लोगों को लिक्विड सोप देकर हाथ धुलने के लिए कह रहा है. बगैर हाथ धोए हुए किसी को भी सचिवालय भवन के अंदर प्रवेश नहीं दिया जा रहा है. सचिवालय भवन के शौचालयों में भी लिक्विड सोप की व्यवस्था की गई है.
उत्तर प्रदेश सचिवालय संघ के सचिव ओंकार नाथ तिवारी ने बताया, कि सचिवालय भवन के सभी 146 शौचालयों में लिक्विड सोप उपलब्ध कराया गया है. सभी लोगों को हाथ धुलने के लिए कहा जा रहा है.
सचिवालय प्रशासन की व्यवस्था का अधिकारी और कर्मचारी भी सराहना कर रहे हैं. बेसिक शिक्षा के विशेष सचिव वीपी सिंह ने कहा, कि इस व्यवस्था से लोगों में जागरूकता बढ़ी है. समीक्षा अधिकारी भारती गुप्ता ने बताया, कि सचिवालय प्रशासन की व्यवस्था से सुरक्षा चक्र मजबूत हुआ है. हालांकि उनका ये भी कहना था, कि वो खुद अपने पर्स में साबुन और सैनिटाइजर लेकर चलती है जिससे कि कोरोना से बचाव संभव हो सके.
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