लखनऊः उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यात्रियों ने जोरदार झटका दिया है. दरअसल, लखनऊ रीजन के आरएम ने ट्विटर पर यात्रियों से चार सवालों के जरिए शिकायत और सुझाव मांगे थे. इन सवालों पर सुझाव तो न के बराबर मिले, लेकिन शिकायतों का अंबार लग गया. अब यात्रियों के सुझाव और शिकायतों पर आरएम पूरा ध्यान दे रहे हैं. वहीं आने वाले दिनों में बसों की साफ-सफाई के साथ ही उनकी समयबद्धता पर भी पूरा फोकस रखने का प्लान बनाया जा रहा है, जिससे यात्रियों को शिकायत न रहे.
डिजिटल प्लेटफॉर्म पर यात्रियों की शिकायतों का अंबार
परिवहन निगम के लखनऊ रीजन के ट्विटर हैंडल @ upsrtc_lko पर क्षेत्रीय प्रबंधक पल्लव कुमार बोस ने एक पोल कराया. 14 दिसम्बर को उन्होंने ट्विटर पर चार सवालों के जरिए यात्रियों के सुझाव मांगे थे. यह सवाल बसों के समय, बसों की साफ-सफाई, सड़क सुरक्षा और ड्राइवर कंडक्टर के व्यवहार को लेकर किया गया था. ट्विटर पर ही यात्रियों के आए जवाब से यात्रियों की नाराजगी साफ देखी जा सकती है.
समय से बस न मिल पाना सबसे बड़ी समस्या
इस मामले में समय से बस न मिल पाना सबसे बड़ी समस्या सामने आई है. साथ ही यात्री गंदी बसों में यात्रा करने को मजबूर हैं. वहीं यात्री सुरक्षा व्यवस्था को लेकर भी परिवहन निगम को गंभीर होने के लिए कह रहे हैं. परिवहन निगम के अधिकारियों ने शिकायतों के समाधान की व्यवस्था शुरू कर दी है.
लखनऊ रीजन में 1069 बसों का बेड़ा
यात्रियों ने चारों सवालों पर अपनी राय डिजिटल प्लेटफॉर्म पर जाहिर कर रोडवेज को आइना दिखाया है. 109 लोगों ने इस दौरान लखनऊ रीजन के ट्विटर को फॉलो किया. बता दें कि लखनऊ रीजन में 1069 बसों का बेड़ा है, जिनमें से 520 लग्जरी वॉल्वो और स्कैनिया भी शामिल हैं. इनमें से 549 रोडवेज बसें और 107 एसी जनरथ बस शामिल हैं.
43 लोगों ने टि्वटर पर लिया हिस्सा
टि्वटर के जरिए यात्रियों की समस्या और सुझाव जानना था. इसमें 43 लोगों ने हिस्सा लिया. 40% लोगों ने बसें को समय पर आने की बात कही. वहीं 35% लोगों ने बसों की सफाई पर ध्यान देने के लिए कहा. साथ ही 15% लोगों ने बसों में सफर के दौरान सड़क सुरक्षा पर ध्यान देने की बात कही. 12% लोगों ने चालक और परिचालकों के व्यवहार सही न होने की बात को बताया.
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