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किरायेदारों का सत्यापन कराएगी लखनऊ पुलिस - लखनऊ पुलिस

राजधानी लखनऊ में आपराधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. बीते दिनों ऐसे कई मामले सामने आए हैं. जिसमें अपराधी किराएदार बनकर लखनऊ के अलग-अलग इलाकों में शरण लिए हुए थे. ऐसे में लखनऊ पुलिस ने राजधानी के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले मकान मालिकों और किरायेदारों का सत्यापन कराने का फैसला लिया है.

पुलिस मुख्याल
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Published : Jan 10, 2021, 11:13 AM IST

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में 6 जनवरी 2021 की शाम हुए गैंगवार में मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद राजधानी में कानून-व्यवस्था को लेकर कई सवाल भी खड़े हुए. क्योंकि, घटना पुलिस चौकी से मात्र 50 कदम की दूरी पर हुई थी. जिसके बाद अब कमिश्नरेट पुलिस ने राजधानी के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले मकान मालिकों और किरायेदारों का सत्यापन कराने का फैसला लिया है. गोमती नगर विस्तार में पुलिस ने सत्यापन करने के लिए एक फार्म भी जारी कर दिया है. जिसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियों को मांगा गया है. इससे अवैध तरीके से या चोरी छिपे रह रहे ऐसे लोगों का पता चल सकेगा जो अपराध की दुनिया से संबंध रखते हैं.

पुलिस वैरिफिकेश फॉर्म का प्रारूप
पुलिस वैरिफिकेश फॉर्म का प्रारूप
मकान मालिक और किराएदारों का होगा सत्यापन
पिछले कुछ दिनों से राजधानी में आरपाधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. जिसको रोकने के लिए लखनऊ पुलिस ने अब राजधानी में मकान मालिकों और किरायेदारों के सत्यापन करने का काम शुरू कर दिया है. गोमती नगर विस्तार थाने के तरफ से एक फार्म जारी किया गया है जिसमें रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष को पत्र लिखकर सभी अपार्टमेंट और फ्लैट में रह रहे लोगों के बिंदुवार जानकारी मांगी गई है. गोमती नगर विस्तार पुलिस की तरफ से जारी किए गए सत्यापन फार्म में किरायेदारों के नाम, फ्लैट नंबर, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मूल पते के प्रमाण पत्र, वाहन नंबर और किराए पर रहने की अवधि की जानकारी मांगी गई है.
लखनऊ के VVIP इलाके बने अपराधियों की शरणगाह
राजधानी लखनऊ के गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार और विभूति खंड की कई ऐसे इलाके हैं जो अपराधियों को रहने के लिए काफी सुरक्षित है. पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह मऊ से जिला बदर होने के बाद विभूति खंड इलाके में ही एक फ्लैट में रह रहा था तो वहीं उसे मारने के लिए हमलावर भी इसी इलाके में टिके हुए थे. इसके अलावा लखनऊ पूर्वांचल के कई बड़े अपराधियों का अड्डा बना हुआ है. जिसके चलते राजधानी में अक्सर बड़ी आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं.

लखनऊ: राजधानी लखनऊ में 6 जनवरी 2021 की शाम हुए गैंगवार में मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या कर दी गई. इस घटना के बाद राजधानी में कानून-व्यवस्था को लेकर कई सवाल भी खड़े हुए. क्योंकि, घटना पुलिस चौकी से मात्र 50 कदम की दूरी पर हुई थी. जिसके बाद अब कमिश्नरेट पुलिस ने राजधानी के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले मकान मालिकों और किरायेदारों का सत्यापन कराने का फैसला लिया है. गोमती नगर विस्तार में पुलिस ने सत्यापन करने के लिए एक फार्म भी जारी कर दिया है. जिसमें कई महत्वपूर्ण जानकारियों को मांगा गया है. इससे अवैध तरीके से या चोरी छिपे रह रहे ऐसे लोगों का पता चल सकेगा जो अपराध की दुनिया से संबंध रखते हैं.

पुलिस वैरिफिकेश फॉर्म का प्रारूप
पुलिस वैरिफिकेश फॉर्म का प्रारूप
मकान मालिक और किराएदारों का होगा सत्यापन
पिछले कुछ दिनों से राजधानी में आरपाधिक घटनाएं बढ़ती जा रही हैं. जिसको रोकने के लिए लखनऊ पुलिस ने अब राजधानी में मकान मालिकों और किरायेदारों के सत्यापन करने का काम शुरू कर दिया है. गोमती नगर विस्तार थाने के तरफ से एक फार्म जारी किया गया है जिसमें रेजिडेंट वेलफेयर सोसाइटी के अध्यक्ष को पत्र लिखकर सभी अपार्टमेंट और फ्लैट में रह रहे लोगों के बिंदुवार जानकारी मांगी गई है. गोमती नगर विस्तार पुलिस की तरफ से जारी किए गए सत्यापन फार्म में किरायेदारों के नाम, फ्लैट नंबर, आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, मूल पते के प्रमाण पत्र, वाहन नंबर और किराए पर रहने की अवधि की जानकारी मांगी गई है.
लखनऊ के VVIP इलाके बने अपराधियों की शरणगाह
राजधानी लखनऊ के गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार और विभूति खंड की कई ऐसे इलाके हैं जो अपराधियों को रहने के लिए काफी सुरक्षित है. पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह मऊ से जिला बदर होने के बाद विभूति खंड इलाके में ही एक फ्लैट में रह रहा था तो वहीं उसे मारने के लिए हमलावर भी इसी इलाके में टिके हुए थे. इसके अलावा लखनऊ पूर्वांचल के कई बड़े अपराधियों का अड्डा बना हुआ है. जिसके चलते राजधानी में अक्सर बड़ी आपराधिक घटनाएं होती रहती हैं.
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