लखनऊ : उत्तर प्रदेश में डीजी पद रिक्त न होने की वजह एडीजी के रूप में कार्य कर रहे छह आईपीएस अधिकारियों को स्पेशल डीजी बनाया गया है. इसमें प्रशांत कुमार, एमके बशाल, तनूजा श्रीवास्तव, सतीश माथुर, अंजू गुप्ता व सुभाष चंद्रा शामिल हैं. यह सभी 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं. इससे पहले बसपा शासन काल में एडीजी कानून व्यवस्था रहे ब्रजलाल को स्पेशल डीजी बनाया गया था.
दरअसल वर्ष 1990 बैच के यूपी में कार्यरत छह आईपीएस अफसरों संदीप सालुंके, रेणुका मिश्रा, बीके मौर्या, एसएन साबत, अविनाश चंद्रा व डॉ. संजय एम. तरडे को पिछले वर्ष ही डीजी पद पर प्रोन्नत कर दिया गया था. हालांकि इसी बैच के एमके बशाल, तनुजा श्रीवास्तव, एसके माथुर, अंजू गुप्ता, सुभाष चंद्रा और प्रशांत कुमार अभी भी एडीजी पद पर कार्यरत थे. डीजी पद पर रिक्ति न होने से उनकी प्रोन्नति रुकी हुई थी. ऐसे में बीते वर्ष गृह विभाग को स्पेशल डीजी का पद सृजित करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया था और अब स्पेशल डीजी का पद सृजित कर इन आईपीएस अफसरों को प्रोन्नत कर दिया गया है.
ब्रजलाल की ही तरह क्या प्रशांत कुमार बनेंगे DGP
सूत्रों के मुताबिक कल (31 मार्च) कार्यवाहक डीजीपी डीएस चौहान रिटायर हो रहे हैं. उनके स्थान पर एडीजी कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार को अगले डीजीपी बनने तक के लिए डीजीपी की जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है. डीजीपी के रिटायरमेंट से एक दिन पहले प्रशांत कुमार के स्पेशल डीजी बनाए जाने पर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं. क्योंकि इससे पहले बसपा शासन काल में तत्कालीन एडीजी कानून व्यवस्था ब्रजलाल को मायावती सरकार ने पहले स्पेशल डीजी बनाया उसके बाद उन्हें डीजीपी बना दिया था.
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