लखनऊ : उत्तर प्रदेश में अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति के तहत भले ही अपराधियों पर शिकंजा कसा जा रहा हो, लेकिन राजधानी के 43 अपराधी पुलिस के शिकंजे में नहीं आ रहे हैं. ये ऐसे अपराधी हैं जिन पर पुलिस ने पांच हजार से लेकर पचास हजार का इनाम घोषित कर रखा है और फरार हैं. पुलिस को शक है कि इनमें से कई अपराधी ऐसे हैं जो राजधानी में अपराध करने आते हैं और फिर फरार हो जाते हैं. अब लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट ऐसे अपराधियों का डेटा इकट्ठा कर रहा है, जिससे अपराध होने से पहले या होने के तत्काल बाद इन अपराधियों को गिरफ्तार कर सके.
राजधानी पुलिस के मुताबिक, शहर में 43 ऐसे अपराधी हैं, जिन्हें गिरफ्तार करने का लगातार प्रयास किया जा रहा है. इन अपराधियों के खिलाफ हत्या, लूट, डकैती व रेप जैसे जघन्य अपराधों में अलग-अलग थानों में मुकदमे दर्ज हैं. लखनऊ पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक, ये ऐसे अपराधी हैं, जिनकी गिरफ्तारी के लिए वर्षों से प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन ये इतने शातिर हैं कि बार-बार पुलिस को चकमा दे कर फरार हो जाते हैं. डीसीपी मध्य अपर्णा रजत कौशिक के मुताबिक, इन अपराधियों को अलग-अलग कैटेगरी में रखा गया है, जिसके अनुसार किसी पर पांच हजार तो किसी पर पचास हजार का इनाम घोषित है.
डीसीपी अपर्णा रजत कौशिक के मुताबिक, पुलिस की नाक में दम करने वाले अपराधियों की लिस्ट 43 तक सीमित नहीं थी. कभी यह सूची लंबी चौड़ी थी, लेकिन पुलिस ने सख्ती की और और इनकी गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर गिरफ्तारियां की हैं. बीते कुछ माह में एक के बाद एक 30 अपराधियों को गिरफ्तार किया है, हाल ही में अपराधियों की सूची पर फिर से काम हुआ है, जिसमें लखनऊ कमिश्नेट पुलिस के रिकाॅर्ड में 43 इनामी बदमाश और निकले जो फरार हैं. इसमें कुछ तो ऐसे हैं जिन्हें फरारी काटते हुए एक दशक बीतने को है.
अपराध |
हत्या |
आर्म्स एक्ट |
हत्या का प्रयास |
दुष्कर्म |
लूट |
डकैती |
धोखाधड़ी |
अपहरण |
इनाम घोषित |
17 बदमाश पर 5 हजार |
6 बदमाशों पर 10 हजार |
3 बदमाशों पर 15 हजार |
3 बदमाशों पर 20 हजार |
8 बदमाशों पर 25 हजार |
6 अपराधियों पर 50 हजार |
तैयार की जा रही रिपोर्ट : पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, फरार अपराधियों में कुछ ऐसे हैं, जो अब भी शहर में आकर अपराध करते हैं और फिर बच निकलते हैं. ऐसे में स्पेशल सेल इस पर एक डिटेल रिपोर्ट तैयार कर रही है. जिसमें लखनऊ समेत आस पास के जिलों में होने वाली स्नैचिंग, लूट, चोरी, हत्या, स्ट्रीट क्राइम, धोखाधड़ी, किडनैपिंग समेत अन्य तरह के क्राइम की सूची तैयार की गई है, जिसके बाद इन सभी केस की स्टडी की जा रही है. इससे ये फायदा होगा कि यदि भविष्य में लखनऊ या अन्य जिले में अपराध होता है और वह फरार अपराधियों द्वारा अपराध करने के तरीकों से मेल खाता है तो तत्काल कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया जा सकेगा.