लखनऊ: राजधानी की निशातगंज में लगने वाली साप्ताहिक बाजार कोरोना एवं लॉकडाउन के चलते अब तक बन्द थी. इस बाज़ार से सैकडों लोग दो वक़्त की रोटी अपने और अपने बच्चों के लिये कमाते हैं. बुधवार को पुलिस ने निशांतगंज के बाज़ार में लाठी बरसाई जिससे कई लोग जख्मी हो गए.
दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग
आदर्श व्यापार मंडल अध्यक्ष संजय गुप्ता ने बुधवार को निशातगंज बाजार में पुलिस की तरफ से किए गये लाठीचार्ज की घोर निंदा की है. उन्होंने कहा कि साप्ताहिक बाजारों से जहां एक तरफ गरीब परिवार पलते हैं तो वहीं दूसरी तरफ गरीब परिवार के लोग यहां से खरीदारी भी करते हैं. संजय गुप्ता ने जांच की मांग करते हुए दोषी पुलिसकर्मियों को निलंबित करने की मांग की है.
साप्ताहिक बाजार में पुलिस का लाठीचार्ज
निशातगंज में बुधवार के दिन बरसों से साप्ताहिक बाजार लगता आ रहा है. लेकिन कोरोना लॉकडाउन के दौरान इस बाजार पर प्रतिबंध लगा दिया गया. अब जब हालात धीरे-धीरे सामान्य होने लगे तब बाकी बाजारों को खोलने की अनुमित दे दी गयी लेकिन निशातगंज को नहीं. महानगर थाना प्रभारी यशकांत सिंह ने बताया कि उन्होंने खुद उच्चाधिकारियों को लिखकर दिया है कि वह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करा पाएंगे. वहीं दूसरी तरफ रविवार को नख्खास बाजार, मंगलवार को आलमबाग बाजार, गुरुवार को नजीराबाद बाजार और शनिवार को सदर बाजार लगा करते हैं तो केवल निशातगंज बाजार को अनुमति क्यों नहीं दी गयी. सवाल यह है कि जब बाकी बाजार खुल रहे हैं तो केवल निशातगंज बाजार ही खोलने की अनुमति क्यों नहीं दी जा रही.