लखनऊ: राजधानी में पुलिस सकारात्मकता के साथ कोविड-19 महामारी से संघर्ष कर रही है. जो लोग कोविड-19 संक्रमण के दौरान केंद्र सरकार और राज्य सरकार की गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं, और पुलिस प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं. ऐसे लोगों को लखनऊ पुलिस ने 'जागरूक नागरिक अवार्ड' देने का फैसला किया है.
दो लोगों को किया जाएगा सम्मानित
राजधानी लखनऊ पुलिस जागरूक नागरिक के तौर पर यश ठाकुर और मोहम्मद वाहिद को सम्मानित करेगी. इसके लिए लखनऊ पुलिस ने प्रशस्ति पत्र तैयार कर लिया है. जल्द ही दोनों जागरूक नागरिकों को ज्वाइंट कमिश्नर अपराध नवीन अरोड़ा सम्मानित करेंगे.
समाज में जाएगा सकारात्मक संदेश
ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि राजधानी लखनऊ में तमाम ऐसे लोग भी हैं, जो केंद्र सरकार और राज्य सरकार की गाइडलाइन का पालन करते हुए पुलिस प्रशासन का सहयोग कर रहे हैं. हमने सोचा कि ऐसे लोगों को अगर सम्मानित किया जाएगा तो इससे समाज में एक सकारात्मक मैसेज जाएगा और लोग बढ़-चढ़कर सहयोग करेंगे.
इसी क्रम में 2 लोगों की पहचान की गई है. जिनमें पहले शख्स यश ठाकुर हैं. यश ठाकुर लंदन से लखनऊ वापस आए थे. लखनऊ वापस आते ही उन्होंने सबसे पहले अपने आप को आइसोलेट किया और उसके बाद मेडिकल कॉलेज में जांच कराई. जांच कराने के बाद इन्हें कोरोना से संक्रमित पाया गया. इलाज के दौरान उन्होंने सभी गाइडलाइन्स का पालन किया. इलाज के बाद भी जब वह घर पहुंचे तो इन्होंने अपने आपको निर्धारित समय अवधि तक होम क्वारंटाइन किया. इस दौरान यह अपने परिवार से भी अलग रहे. जिससे बीमारी नहीं फैली. ऐसे में अब लखनऊ पुलिस इन्हें जागरूक नागरिक के तौर पर सम्मानित करेगी.
ऐसे ही एक दूसरे जागरूक मोहम्मद वाहिद हैं. वह दिल्ली में निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए थे. मरकज में कोरोना वायरस की खबरों के बाद इन्होंने अपने आप को बाहर निकाला और अपनी जांच करवाई. उसके बाद सभी नियमों का पालन करते हुए खुद को आइसोलेट किया. जिससे संक्रमण को फैलने से रोका गया. इन दोनों नागरिकों के जागरूक रवैया के चलते इन्हें लखनऊ पुलिस 'जागरूक नागरिक अवार्ड' से सम्मानित कर रही है.
जिम्मेदारी का अहसास करा रही लखनऊ पुलिस
लखनऊ पुलिस ने तमाम ऐसे पोस्टर बनवाए हैं, जो नागरिकों को जिम्मेदारी का एहसास दिला रहे हैं. लॉकडाउन का पालन नहीं करने वाले लोगों को यह पोस्टर पकड़ा कर फोटो खींची जाती है. जिससे उन्हें जिम्मेदारियों का अहसास होता है.
ज्वाइंट कमिश्नर नवीन अरोड़ा ने बताया कि इस पोस्टर पर इस तरह के कोटेशन लिखे गए हैं, जिससे व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारियों का एहसास होता है. लखनऊ पुलिस ने लोगों को समझाने का ये सकारात्मक तरीका अपनाया है, जिसका असर भी देखने को मिलेगा.