लखनऊ : वन विभाग को अक्सर जंगल से प्रतिबंधित सांपों का शिकार कर जंगल से सांपों को चुराने की सूचनाएं मिल रही थी. इन्ही सूचनाओं को लेकर वन विभाग की टीम ने ठाकुरगंज पुलिस को जानकारी देने के साथ अपने सोर्स से आरोपी को पकड़ने के लिए लगे हुए थे. इसी बीच मंगलवार की शाम को वन विभाग के अधिकारी को सूचना मिली कि एक युवक प्रतिबंधित सांपों को लेकर जंगल से जा रहा है. इसके बाद स्थानीय पुलिस और वन विभाग की टीम ने आरोपी को दुबग्गा क्षेत्र से पकड़ लिया है.
विभाग की तरफ से तहरीर मिलने पर मुकदमा दर्ज किया गया है. वहीं आरोपी के पास से 8 सांपों को बरामद किया गया है. वन विभाग के रेंजर ने बताया कि इन प्रतिबंधित सांपों की अंतरराष्ट्रीय कीमत लगभग 10 करोड़ रुपये हैं. इंस्पेक्टर ठाकुरगंज ने बताया कि पकड़ा गया आरोपी मोहम्मद हसन है, जो ठाकुरगंज का ही रहने वाला है. यह आरोपी जंगल से दो मुंहे सांप, लाल चित्ती वाले सांप समेत अन्य प्रजाति के सांपों को जंगल से पकड़कर उन्हें मंहंगे दामों पर बेचता है.
इंस्पेक्टर ने बताया कि इन सांपों का इस्तेमाल जादू-टोना और एड्स की दवाई बनाने में किया जाता है. आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद आगे की कार्रवाई की जा रही है. इंस्पेक्टर ठाकुरगंज सुनील कुमार सिंह की मानें तो वन विभाग के डिप्टी रेंजर श्रीवास्तव की ओर से आरोपी मोहम्मद हसन के खिकफ मुकदमा दर्ज कराया गया है.
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एडीसीपी पश्चिम राजेश श्रीवास्तव की मानें तो आरोपी हसन ने पूछताछ में बताया कि सांप उसे कोई और लाकर देता है. वह उन सांपों को कमीशन पर यूपी की सीमा से बाहर पहुंचाने का काम करता है, लेकिन एडीसीपी का कहना है कि युवक झूठ बोल रहा है. असली तस्कर यही है और इसकी छानबीन की जा रही है. एडीसीपी ने बताया कि आरोपी के पास से रेड सैंड बोआ प्रजाति के दोमुहे सांप मिले हैं. युवक ने बताया कि उसे यह सांप कोई बाबा लाकर देता था. इसके बाद बाबा द्वारा बताया जाता था की इन सांपो को कहां पहुंचाना है. ये सांप अति संरक्षित प्रजाति में वैश्विक स्तर पर प्रतिबंधित हैं, जिनका इस्तेमाल एड्स की दवा बनाने में भी होता है. यह ईरान और भारत के कुछ हिस्सों में पाए जाते हैं.