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Lucknow news : अस्पतालों में बढ़ रहे H3N2 इनफ्लुएंजा के मरीज, जानिए बचाव के तरीके

लखनऊ के अस्पतालों में इनफ्लुएंजा एच3एन2 के मरीज तेजी से बढ़ रहे हैं. सर्दी-जुकाम और बुखार से लोग परेशान हैं. चिकित्सक लोगों काे सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं.

अस्पतालों में बढ़ रहे H3N2 इनफ्लुएंजा के मरीज.
अस्पतालों में बढ़ रहे H3N2 इनफ्लुएंजा के मरीज.Etv Bharat
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Published : Mar 14, 2023, 1:23 PM IST

लखनऊ : इनफ्लुएंजा एच3एन2 इन दिनों काफी आक्रामक हो रहा है. सरकारी जिला अस्पतालों की ओपीडी में इन दिनों काफी भीड़ हो रही है. ज्यादातर मरीज इससे पीड़ित हैं. सभी में एक समान लक्षण देखने को मिल रहे हैं. हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में सोमवार को जहां फिजिशियन की ओपीडी में करीब 350 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचे. वहीं मंगलवार को भी अस्पताल में अनियंत्रित भीड़ देखने को मिली. सिविल अस्पताल में फिजिशियन की 4 ओपीडी चलती है . इनमें 100 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं.

सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय वायरल बुखार का सीजन है. तेजी से मौसम में परिवर्तन हुआ है. इसके साथ ही इनफ्लुएंजा एच3एन2 काफी अक्रामक हो गया है. ओपीडी में इस समय करीब 400 मरीज रोजाना इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. यह आंकड़े चार ओपीडी को जोड़ते हुए हैं. उन्होंने बताया कि इनफ्लुएंजा से पीड़ित मरीजों में एक समान लक्षण देखने को मिल रहे हैं. यह सीधे गली से शुरू होता है और दो-तीन दिन में अच्छे से मरीज को सर्दी जुकाम बुखार जकड़ लेता है. इसके बाद यह बुखार 15 से 20 दिन तक बना रहता है.

डॉ एके श्रीवास्तव ने कहा कि इनफ्लुएंजा उन मरीजों के लिए काफी खतरनाक है, जो दमा के मरीज हैं या जिनकी सांस फूलती है. क्योंकि जिस तरह से वायरल बुखार 15 से 20 दिन ठीक होने में लग रहा हैं और कफ की समस्या हो रही है, ऐसे में दमा के मरीज को भी खासा दिक्कत होती है. उन मरीजों को अपनी दिनचर्या का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. यह वायरल इनफ्लुएंजा है. अगर घर के किसी एक सदस्य को हो रहा है तो वायरल होने के चलते यह घर के सभी सदस्यों को हो जाएगा. इसलिए जिस मरीज को वायरल बुखार जकड़ रह है, वह घर के बाकी सदस्यों से थोड़ा दूर रहें.

बलरामपुर जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ जीपी गुप्ता ने बताया कि इस समय अस्पताल की ओपीडी में काफी भीड़ हो रही है. यूं कह सकते हैं कि अनियंत्रित भीड़ हो रही है. इन दिनों मरीजों की संख्या ज्यादा है और सभी मरीजों की खून की जांच हो रही है इसलिए पैथोलॉजी में भी भीड़ देखने को मिल रही है. उन्होंने बताया कि फिजीशियन ओपीडी में इस समय 250 से अधिक मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. इस समय 2 बजे ओपीडी खत्म होने के बाद भी डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं. मरीजों की इस समय लंबी-लंबी लाइनें लगी हुईं हैं. सभी को देखना डॉक्टर की जिम्मेदारी है. मरीजों को देखते हुए डॉक्टर समय होने के बाद भी ओपीडी से नहीं हट रहे हैं. देखा जा रहा है कि इनफ्लुएंजा से पीड़ित मरीजों में कफ की समस्या सबसे पहले हो रही हैं. गले से वायरस पकड़ रहा है और 15 से 20 दिन में यह वायरस ठीक हो रहा है. बहुत से मरीजों में देखा गया है कि सर्दी जुकाम बुखार ठीक होने के बाद भी कमजोरी या बदन में दर्द की समस्या भी हो रही है.

लोक बंधु अस्पताल के एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि इन दिनों मौसम में परिवर्तन के कारण तेजी से वायरल से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है. अस्पताल की ओपीडी में रोजाना लगभग 300 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. इनफ्लुएंजा एच3एन2 से पीड़ित मरीजों को ठीक होने में महीने भर का समय लग जा रहा है. हालांकि वायरल बुखार तो मरीजों को ठीक हो जा रहा है लेकिन कमजोरी के कारण मरीज अस्पताल की ओपीडी में आ रहे हैं. ऐसे में दमा के मरीजों की दिक्कतें बढ़ गईं हैं क्योंकि सांस से संबंधित बीमारी पहले से ही मरीज को है. ऐसे में वायरल बुखार बुरी तरह से सर्दी जुकाम और बुखार से मरीज को तोड़ रहा है. ऐसे में जरूरी है कि मरीज अपने खानपन का विशेष ख्याल रखें. अपनी दिनचर्या में कोई परिवर्तन न करें.

इस तरह करें बचाव

अपनी दिनचर्या पर विशेष ख्याल रखें. नहाने का समय इधर से उधर न करें, समय से खाना खाए और हेल्दी खाना खाए. दिनचर्या में योग और व्यायाम को शामिल करें, अगर घर के एक सदस्य को वायरल है तो थोड़ी सी दूरी मेंटेन रखें ताकि घर के अन्य सदस्यों को वायरल न पकड़े. मौसम में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं अधिक से अधिक पानी पीए ताकि डिहाइड्रेशन की दिक्कत न हो, मौसमी फल व जूस का सेवन करें.

यह भी पढ़ें : प्रयागराज समेत 25 जिलों में बारिश के आसार

लखनऊ : इनफ्लुएंजा एच3एन2 इन दिनों काफी आक्रामक हो रहा है. सरकारी जिला अस्पतालों की ओपीडी में इन दिनों काफी भीड़ हो रही है. ज्यादातर मरीज इससे पीड़ित हैं. सभी में एक समान लक्षण देखने को मिल रहे हैं. हजरतगंज स्थित डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में सोमवार को जहां फिजिशियन की ओपीडी में करीब 350 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंचे. वहीं मंगलवार को भी अस्पताल में अनियंत्रित भीड़ देखने को मिली. सिविल अस्पताल में फिजिशियन की 4 ओपीडी चलती है . इनमें 100 से अधिक मरीज इलाज के लिए पहुंच रहे हैं.

सिविल अस्पताल के वरिष्ठ फिजिशियन डॉ. एके श्रीवास्तव ने बताया कि इस समय वायरल बुखार का सीजन है. तेजी से मौसम में परिवर्तन हुआ है. इसके साथ ही इनफ्लुएंजा एच3एन2 काफी अक्रामक हो गया है. ओपीडी में इस समय करीब 400 मरीज रोजाना इलाज के लिए पहुंच रहे हैं. यह आंकड़े चार ओपीडी को जोड़ते हुए हैं. उन्होंने बताया कि इनफ्लुएंजा से पीड़ित मरीजों में एक समान लक्षण देखने को मिल रहे हैं. यह सीधे गली से शुरू होता है और दो-तीन दिन में अच्छे से मरीज को सर्दी जुकाम बुखार जकड़ लेता है. इसके बाद यह बुखार 15 से 20 दिन तक बना रहता है.

डॉ एके श्रीवास्तव ने कहा कि इनफ्लुएंजा उन मरीजों के लिए काफी खतरनाक है, जो दमा के मरीज हैं या जिनकी सांस फूलती है. क्योंकि जिस तरह से वायरल बुखार 15 से 20 दिन ठीक होने में लग रहा हैं और कफ की समस्या हो रही है, ऐसे में दमा के मरीज को भी खासा दिक्कत होती है. उन मरीजों को अपनी दिनचर्या का विशेष ख्याल रखने की जरूरत है. यह वायरल इनफ्लुएंजा है. अगर घर के किसी एक सदस्य को हो रहा है तो वायरल होने के चलते यह घर के सभी सदस्यों को हो जाएगा. इसलिए जिस मरीज को वायरल बुखार जकड़ रह है, वह घर के बाकी सदस्यों से थोड़ा दूर रहें.

बलरामपुर जिला अस्पताल के सीएमएस डॉ जीपी गुप्ता ने बताया कि इस समय अस्पताल की ओपीडी में काफी भीड़ हो रही है. यूं कह सकते हैं कि अनियंत्रित भीड़ हो रही है. इन दिनों मरीजों की संख्या ज्यादा है और सभी मरीजों की खून की जांच हो रही है इसलिए पैथोलॉजी में भी भीड़ देखने को मिल रही है. उन्होंने बताया कि फिजीशियन ओपीडी में इस समय 250 से अधिक मरीज इलाज कराने के लिए पहुंच रहे हैं. इस समय 2 बजे ओपीडी खत्म होने के बाद भी डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं. मरीजों की इस समय लंबी-लंबी लाइनें लगी हुईं हैं. सभी को देखना डॉक्टर की जिम्मेदारी है. मरीजों को देखते हुए डॉक्टर समय होने के बाद भी ओपीडी से नहीं हट रहे हैं. देखा जा रहा है कि इनफ्लुएंजा से पीड़ित मरीजों में कफ की समस्या सबसे पहले हो रही हैं. गले से वायरस पकड़ रहा है और 15 से 20 दिन में यह वायरस ठीक हो रहा है. बहुत से मरीजों में देखा गया है कि सर्दी जुकाम बुखार ठीक होने के बाद भी कमजोरी या बदन में दर्द की समस्या भी हो रही है.

लोक बंधु अस्पताल के एमएस डॉ अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि इन दिनों मौसम में परिवर्तन के कारण तेजी से वायरल से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ी है. अस्पताल की ओपीडी में रोजाना लगभग 300 मरीज इलाज के लिए आ रहे हैं. इनफ्लुएंजा एच3एन2 से पीड़ित मरीजों को ठीक होने में महीने भर का समय लग जा रहा है. हालांकि वायरल बुखार तो मरीजों को ठीक हो जा रहा है लेकिन कमजोरी के कारण मरीज अस्पताल की ओपीडी में आ रहे हैं. ऐसे में दमा के मरीजों की दिक्कतें बढ़ गईं हैं क्योंकि सांस से संबंधित बीमारी पहले से ही मरीज को है. ऐसे में वायरल बुखार बुरी तरह से सर्दी जुकाम और बुखार से मरीज को तोड़ रहा है. ऐसे में जरूरी है कि मरीज अपने खानपन का विशेष ख्याल रखें. अपनी दिनचर्या में कोई परिवर्तन न करें.

इस तरह करें बचाव

अपनी दिनचर्या पर विशेष ख्याल रखें. नहाने का समय इधर से उधर न करें, समय से खाना खाए और हेल्दी खाना खाए. दिनचर्या में योग और व्यायाम को शामिल करें, अगर घर के एक सदस्य को वायरल है तो थोड़ी सी दूरी मेंटेन रखें ताकि घर के अन्य सदस्यों को वायरल न पकड़े. मौसम में तेजी से परिवर्तन हो रहे हैं अधिक से अधिक पानी पीए ताकि डिहाइड्रेशन की दिक्कत न हो, मौसमी फल व जूस का सेवन करें.

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