लखनऊ: शहर में सफाई व्यवस्था को लेकर नगर निगम प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया है. नगर आयुक्त ने कहा है कि डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी. उन्होंने कड़े निर्देश दिए हैं कि इस योजना को सफल बनाने के लिए किसी प्रकार की लापरवाही बरतने पर दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कराकर कठोर कार्रवाई की जाएगी.
जोन -1, जोन- 8 और जोन-5 के लिए डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन फिर शुरू हो गया है. सात माह से वेतन न मिलने से नाराज ईकोग्रीन के कर्मचारियों ने शनिवार को जोन -1 और जोन-4 में घर-घर कूड़ा उठान कार्य बंद कर दिया था. इससे जोन-1 में 14 और जोन-4 के आठ वार्ड में समस्या आ गयी थी. नगर निगम के अधिकारियों के समझाने के बाद भी न मानने पर चार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया.
ग्वारी ट्रांसफर स्टेशन का नगर आयुक्त ने किया निरीक्षण
ग्वारी ट्रांसफर स्टेशन से डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए निकलने वाले वाहनों का रविवार को नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान पाया गया कि जोन-4 के आठ वार्डों के लिए निर्धारित 53 गाड़ियां समय से अपने-अपने रूटों पर निकल चुकी हैं. ट्रांसफर स्टेशन के निरीक्षण के दौरान उक्त स्थल पर मौजूद काम्पेक्टर और अन्य खराब वाहनों को तत्काल ठीक कराकर कार्य में लिए जाने के लिए निर्देश दिए.
ईकोग्रीन के समस्त कर्मचारियों को निर्देश
ईकोग्रीन के समस्त कर्मचारियों को निर्देशित किया गया कि जोन-1, जोन- 8 और जोन-5 के लिए भी डोर टू डोर कूड़ा कलेक्शन करने के लिए आवश्यक वाहनों को प्राप्त कर रूटों पर लगा दिया जाए, जिससे शहर के साफ सफाई की व्यवस्था में अपेक्षित सुधार हो. निरीक्षण के दौरान अपर नगर आयुक्त अमित कुमार और जोनल अधिकारी सुजीत श्रीवास्तव मौजूद रहे.
अगले हफ्ते वेतन मिलने के आश्वासन पर काम शुरू
घर-घर कूड़ा कलेक्शन के लिए ईकोग्रीन में तैनात सफाई कर्मचारी, चालक, आपरेटरों को पिछले सात माह से वेतन नहीं मिला है. कई बार ईकोग्रीन के प्रबंधन को पत्र भेजा गया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही थी. जोनल अधिकारी सुजीत श्रीवास्तव ने बताया कि कलेक्शन शुरू हो गया है. कम्पनी की तरफ से अगले हफ्ते वेतन दिए जाने का आश्वासन दिया गया है.