लखनऊः म्युनिसिपल बॉन्ड जारी होने के बाद नगर निगम अफसर 18 नवंबर को 200 करोड़ रुपये लेने बॉम्बे स्टाक एक्सचेंज (बीएसई) जाएंगे. वहीं जानकारी के अनुसार छह निवेशकों ने पैसा लगाया है. यह रकम सीधे खाते में ट्रांसफर हो जाएगी. इस रकम के मिलने पर नगर निगम की रुकी हुई परियोजनाएं शुरू हो सकेंगी. इस उपलब्धि के बाद BSE में लिस्टिंग होने के लिए बेल रिंगिंग सेरेमनी का आयोजन होगा.
लिस्टिंग के बाद कोई भी खरीद सकेगा शेयर
नगर निगम के वित्त एवं लेखाधिकारी महा मिलिंद ने बताया कि शेयर बाजार (Stock Market) में लिस्ट होने के लिए कंपनी को शेयर बाजार से लिखित समझौता करना पड़ता है. इसके बाद कंपनी पूंजी बाजार नियामक SEBI के पास अपने सभी जरूरी दस्तावेज जमा करती है. SEBI की जांच में सूचना सही होने और सभी शर्त के पूरा करते ही कंपनी BSE/NSE में लिस्ट हो जाती है. यह सारी प्रक्रिया हो चुकी है. हर तीन महीने की बैलेंस शीट देनी होगी. यही नहीं क्रेडिट रेटिंग डबल ए को बरकरार रखना होगा.
उन्होंने बताया कि बॉन्ड जारी होने और BSE में लिस्टिंग होने पर नगर निगम पर SEBI की निगरानी रहेगी. नगर निगम की गतिविधियों की जानकारी SEBI और BSE की वेबसाइट पर भी उपलब्ध होगी. इससे कोई भी नगर निगम के शेयर खरीद सकेगा. आठ बॉन्ड हैं प्रत्येक एक बॉन्ड की कीमत दस लाख रुपये हैं. नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी ने बताया कि बुधवार को दो सौ करोड़ लेने के मुबंई के लिए जाएंगे. इस रकम से औरंगाबाद में आवासीय योजना शुरू हो सकेगी.
आगरा, वाराणसी व कानपुर भी जारी करेंगे बॉन्ड
अमृत शहरों के रूप में चयनित नगर निगमों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास तथा उनकी उपयोगिता बढ़ाने के लिए म्युनिसिपल बॉन्ड जारी किया जाना है. प्रदेश सरकार ने लखनऊ और गाजियाबाद नगर निगम को म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने की मंजूरी दी है. इनके अलावा आगरा, वाराणसी और कानपुर नगर निगम को भी बॉन्ड जारी करने का निर्णय लिया गया है. कहा गया है कि म्युनिसिपल बॉन्ड जारी करने से निगमों में वित्तीय अनुशासन को बढ़ावा मिलने के साथ ही सर्विस डिलीवरी में भी बढ़ावा मिलेगा.