लखनऊ: लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) ने अली नगर सुनहरा में विरोध के बीच शुक्रवार को करीब डेढ़ करोड़ की जमीन से कब्जा हटाया. इस दौरान बड़ी संख्या में वकील मौके पर पहुंच गए. विरोध प्रदर्शन करने पर नगर निगम व प्रशासन की टीम ने मौके पर दोबारा जमीन की पैमाइश कराई. दोबारा पैमाइश में भी जमीन पर कब्जा पाया गया, जिसे जेसीबी चलाकर ध्वस्त कराकर करीब 5000 वर्गफुट जमीन पर से कब्जा (Lucknow Municipal Corporation removed encroachment) हटाया गया.
अलीनगर सुनहरा के खसरा संख्या 1179 पर मनोज शर्मा, राजू शर्मा की ओर से कब्जा कर निर्माण कराया जा रहा था. नगर निगम ने कब्जा रोकने के लिए नोटिस दी थी. लेकिन कब्जा नहीं रोका गया. शुक्रवार को नगर निगम के लेखपाल कब्जा रुकवाने पहुंचा. इस दौरान अवैध कब्जेदार की ओर से लोग पहुंच गए, वकीलों ने विरोध शुरू कर दिया कहा कब्जा नहीं रुकेगा. निर्माण जारी रहेगा. इसके बाद लेखपाल ने इसकी जानकारी उच्च अधिकारियों को दी.
कुछ देर बाद जोनल अधिकारी व उप नगर आयुक्त संगीता कुमारी टीम के साथ मौके पर पहुंच गई. कानूनगो, नायब तहसीलदार सहित प्रशासन के अधिकारी भी पहुंच गए. पुलिस फोर्स भी बुला ली गई. वकीलों की जिद पर दोबारा पैमाइश हुई. जमीन नगर निगम की मिली. इसके बाद नगर निगम ने मौके पर ही अवैध कब्जा ध्वस्त करा दिया. कानूनगो सुरेश श्रीवास्तव ने बताया कि 5000 वर्गफुट से अधिक जमीन पर कब्जा हुआ था. जमीन की कीमत डेढ़ करोड़ से ज्यादा है. जोनल अधिकारी संगीता कुमारी ने बताया कि जमीन पर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के लिए लेखपाल बहादुर यादव की तरफ से तहरीर दी गई है.
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