लखनऊ : लखनऊ नगर निगम के लिफ्ट में आज एक चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी फंस गया. जिसके बाद कर्मचारी की चीखने-चिल्लाने की आवाज सुनकर नगर निगम कार्यालय में हड़कम्प मच गया. अफरा-तफरी के बीच आनन-फानन में टेक्निकल टीम को बुलाया गया. घंटों की मशक्कत के बाद मरणासन्न अवस्था में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी शैल बिहारी को लिफ्ट से बाहर निकाला जा सका.
लखनऊ के लालबाग स्थित नगर निगम मुख्यालय में चीखने चिल्लाने और रोने की आवाज सुनकर वहां पर हड़क्मप मच गई. बताया जा रहा है कि लखनऊ नगर निगम के मुख्यालय में आज सुबह ऑफिस टाइम के दौरान लिफ्ट एकाएक रुक गई. चतुर्थ श्रेणी का एक कर्मचारी शैल बिहारी लिफ्ट के अंदर फस गया. लिफ्ट से चीखने चिल्लाने की आवाज आने के बाद अधिकारियों को इसकी जानकारी दी गई. आनन-फानन में लिफ्ट का ठेका लेने वाली कंपनी को इस बात की जानकारी दी गई और मौके पर टेक्निकल टीम को बुलाया गया. जिसके बाद घंटों की मशक्कत के बाद कर्मचारी को लिफ्ट से बाहर निकाला गया.
बिना गार्ड के हो रहा है नगर निगम मुख्यालय की लिफ्ट का संचालन
लखनऊ नगर निगम मुख्यालय में लगी हुई एकमात्र लिफ्ट का संचालन गार्ड की तैनाती की गैरमौजूदगी में किया जा रहा है. बता दें कि रोजाना इस लिफ्ट में नगर निगम के आला अधिकारी, कर्मचारी और नगर निगम के काम से आने वाले लोग इस लिफ्ट का उपयोग करते हैं. बड़ी संख्या के लोग इस लिफ्ट का रोज इस्तेमाल कर रहे हैं. मगर ताज्जुब की बात यह है कि इस लिफ्ट का संचालन करने के लिए भी गार्ड की तैनाती नहीं की गई है.
टॉप फ्लोर से निकाला गया फंसा हुआ कर्मचारी
कर्मचारी यूनियन के पदाधिकारियों ने बताया कि आज सुबह करीब 10:30 बजे लिफ्ट रूकने से कर्मचारी फंस गया था. लिफ्ट ग्राउंड फ्लोर और पहली मंजिल के बीच फंस गई थी. टेक्निकल टीम के द्वारा लिफ्ट के ऊपरी हिस्से को खोलकर कर्मचारी को बाहर निकाला गया. यदि कुछ देर हो जाती तो दम घुटने से कर्मचारी की मौत हो सकती थी. वहीं लखनऊ नगर निगम केयरटेकर डॉ. अरविंद राव ने बताया कि लिफ्ट की एएमसी दी गई है. कंपनी के द्वारा समय-समय पर लिफ्ट की सर्विस की जाती है. सुबह बिजली का लोड बढ़ जाने के कारण लिफ्ट को करंट सप्लाई नहीं हो पाया. जिसकी वजह से लिफ्ट बीच में रुक गई.
इसे भी पढ़ें : 'भारत में तालिबान से ज्यादा क्रूरता, यहां रामराज नहीं, कामराज' : मुनव्वर राना