लखनऊ: जनता को सरकार ने मेट्रो का तोहफा दिया. आज वही लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लगातार घाटे में जाता हुआ दिखाई दे रहा है. एलएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि सिर्फ यात्रियों से मिले किराए से ही ड्राइविंग नहीं बढ़ेगा, जिसके लिए अब लखनऊ मेट्रो प्रॉपर्टी डेवलपमेंट जैसे अन्य तरीकों पर भी ध्यान देगा.
यात्रियों की संख्या 60 से 65 हज़ार के बीच ही सिमट कर रह गई
एलएमआरसी के अनुमान के मुताबिक रोजाना करीब एक लाख के आसपास यात्री अगर सफर करेंगे तो रेवेन्यू बढ़ जाएगा, लेकिन यात्रियों की संख्या 60 से 65 हज़ार के बीच ही सिमट कर रह गई है. जिससे एलएमआरसी को काफी नुकसान उठाना पड़ रहा है, आलम यह है कि अब एलएमआरसी को बिजली का किराया देने में भी जद्दोजहद करनी पड़ रही है.
आने वाले समय में रेवेन्यू में जरूर सुधार आएगा, जिसके लिए एलमाआरसी को अदर प्रॉपर्टी डेवलपमेंट जैसे तरीके भी अपनाने होंगे. स्कूल-कॉलेज बंद होने की वजह से यात्रियों की संख्या में कुछ कमी आई है, लेकिन जुलाई से दोबारा स्कूल-कॉलेज शुरू हुए हैं, जिसका परिणाम देखने को अवश्य मिलेगा.
पुष्पा बेलानी, कंपनी सेक्रेटरी,एलएमआरसी