लखनऊ : सिविल अस्पताल के वरिष्ठ जनरल फिजीशियन डॉ. एस देव के अनुसार हाई ब्लड प्रेशर विभिन्न कारणों से हो सकता है. यह कारण पारिवारिक समस्या, तनाव, गलत आहार और जीवन शैली आदि हो सकेत हैं. हाईपरटेंशन मतलब ब्लड प्रेशर का बढ़ना. इसको एक साइलेंट किलर माना जाता है. इसलिए नियमित रूप से सही तरीके से जांच करके और चिकित्सीय सलाह को अपनाकर उचित खानपान, शारीरिक व्यायाम, जीवन शैली को सुधार कर, हाईपरटेंशन से मुक्ति पाया जा सकता है और लंबा जीवन जिया जा सकता है.
डॉ. एस देव ने कहा कि सुबह सिर दर्द, नाक से खून, अनियमित हार्टबीट, आंखें कमजोर होना, कान में सीटी बजना, ज्यादा थकान आना, उल्टी महसूस होना या उल्टी होना, कन्फ्यूजन, एंजायटी, सीने में दर्द, मांसपेशियों में अकड़न अगर यह सब लक्षण हैं तो अपना ब्लड प्रेशर जरूर चेक कराएं. बीपी चेक करते समय हाथ में बांधे जाने वाले कफ में पहले से भरी हुई हवा को बाहर निकाल दें. कफ को सही जगह पर बांधें और तीन बार ब्लड प्रेशर लेने के बाद उसका औसत निकाल लें.
ब्लड प्रेशर नापने के पूर्व थोड़ी देर तक आराम करें, तेज कदम चलकर आने के तुरंत बाद, व्यायाम के तुरंत बाद ब्लड प्रेशर चेक न कराएं. किसी भी तनाव की स्थिति में ब्लड प्रेशर अगर चेक कराया जाएगा तो उसकी नाप सही नहीं आएगी. यह भी ध्यान रखें कि आपकी नींद पूरी हो जो ब्लड प्रेशर को सामान्य रखने में अत्यंत महत्वपूर्ण होती है. अगर आपका ब्लड प्रेशर लगातार बढ़ रहा हो तो चिकित्सक की सलाह लेकर आवश्यक औषधियां ले लीजिए. जिससे ब्लड प्रेशर से होने वाली बीमारियों से बचा जा सके. ब्लड प्रेशर से उत्पन्न होने वाली बीमारियां समझ में नहीं आती हैं. इसीलिए इसे साइलेंट किलर कहा जाता है.
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