लखनऊ: राजधानी में बेकाबू हो चुके कोरोना से निपटने के लिए सरकार अब एक्शन मोड में आ गई है. मुख्यमंत्री के निर्देश पर गुरुवार को किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के ट्रॉमा सेंटर को कोविड अस्पताल के रूप में परिवर्तित करने का कार्य शुरू कर दिया गया. रेमडेसिवीर दवा की किसी प्रकार की कालाबाजारी पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री ने बैठक कर लिया निर्णय
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को अपने कार्यालय कक्ष में इस संबंध में अपर मुख्य सचिव ग्राम्य विकास मनोज कुमार सिंह, प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा आलोक कुमार व केजीएमयू के फैकेल्टी मेंबर्स के साथ बैठक में यह निर्णय लिया.
अन्य अस्पतालों में होगा ट्रॉमा सेंटर से संबंधित मरीजों का इलाज
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने बताया कि ट्रॉमा सेंटर के कोविड हॉस्पिटल में परिवर्तित हो जाने के उपरांत हार्ट के पेशेंट का इलाज लारी में, गायनेकोलॉजी से संबंधित केस क्वीन मैरी में और कैंसर से संबंधित समस्याओं को कैंसर इंस्टीट्यूट में देखा जाएगा. इसके अतिरिक्त अन्य विभागों से संबंधित मरीजों को डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में इलाज के लिए भेजा जाएगा.
चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को कैंसर इंस्टिट्यूट का निरीक्षण किया और यहां ऑक्सीजन सप्लाई के लिए लाइन बिछाने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि हर हाल में 18 अप्रैल तक यह कार्य पूर्ण कर लिया जाए. उन्होंने कहा कि रेमडेसिवीर दवा की किसी प्रकार की कालाबाजारी के मामले संज्ञान में आने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
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प्रोफेसर और पार्षद की कोरोना से मौत
ओमनगर वार्ड के पार्षद राजेंद्र सिंह गप्पू की टीएस मिश्रा हॉस्पिटल में मौत हो गई. वह कोरोना पॉजीटिव थे. वहीं लखनऊ विश्वविद्यालय के सीनियर प्रोफेसर केसी पांडे की भी कोरोना संक्रमण से मौत हो गई. उनका लोहिया अस्पताल में इलाज चल रहा था.