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Bhaurao Deoras Combined Hospital के दो ईएमओ लंबी छुट्टी पर, इमरजेंसी में भटक रहे मरीज - लखनऊ स्वास्थ्य सेवाएं

राजधानी लखनऊ के भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय (Bhaurao Deoras Combined Hospital) में इन दिनों में मरीजों को भटकना पड़ रहा है. दरअसल यहां के तीन ईएमओ में दो लंबी छुट्टी पर हैं. ऐसे में सबसे ज्यादा संकट इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को हो रही है.

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Published : Mar 6, 2023, 8:04 AM IST

Updated : Mar 6, 2023, 8:12 AM IST

लखनऊ : भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय इन दिनों खुद वेंटीलेटर पर है. यहां आने वाले मरीजों को इलाज मिलने में अड़चन आ रही है. इसकी वजह यह है कि तीन इमरजेंसी मेडिकल अफसर में दो मेडिकल अफसर छुट्टी पर चली गई हैं. ऐसे में इमरजेंसी का संचालन किसी तरह किया जा रहा है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इमरजेंसी का संचालन किया जा रहा है.

भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय 100 बेड का अस्पताल है. यहां पर करीब 15 डॉक्टर तैनात हैं. इमरजेंसी में हर दिन करीब आठ से 10 नए मरीज भर्ती हो रहे हैं. हालांकि इमरजेंसी मेडिकल अफसर का यहां पर संकट खड़ा हो गया है. तीन ईएमओ में से दो महिला ईएमओ चाइल्ड केयर लीव पर चली गई है. ऐसे में इमरजेंसी संचालन के लिए दूसरे विशेषज्ञों की ड्यूटी लगाई जा रही है. विशेषज्ञ इमरजेंसी ड्यूटी करने बाद ओपीडी नहीं कर पा रहे हैं या दूसरे दिन अवकाश ले रहे हैं. ऐसे में मरीजों का इलाज बाधित हो रहा है. अस्पताल सीएमएस डॉ. आरसी सिंह के मुताबिक इमरजेंसी का संचालन बाधित न हो इसके लिए अस्पताल के दूसरे विशेषज्ञों की ड्यूटी लगाई जा रही हैं.

कर्मचारियों का अस्पताल प्रशासन ने काटा वेतन : सिक्योरिटी गार्डों को काट-पीट कर वेतन दिया जाता है. दीपावली और होली का बोनस भी हक से छीन लिया गया है. केजीएमयू में करीब 5500 सिक्योरिटी गार्ड कार्यरत हैं. जिन्हें दीपावली में बोनस नहीं मिला था. होली में मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब तक बोनस नहीं आया है. केजीएमयू में केके मैनपॉवर, अरुणोदय सिक्योरिटी एजेंसी, स्पार्टा सिक्योरिटी एजेंसी ठेके पर कर्मचारियों की आपूर्ति करती है. करीब 14 वर्ष से केजीएमयू में सेवा कर रहे सिक्योरिटी गार्ड एसई तिवारी का कहना है दीवाली पर बोनस नहीं मिला था, लेकिन होली पर उम्मीद थी, लेकिन अब तक नहीं मिला. ज्यादा कुछ कहने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है. यहां किसी भी अधिकारी से कहने का कोई फायदा नहीं है. कर्मचारियों की कहीं कोई सुनवाई नहीं है.

लोहिया कर्मचारियों ने लिखा पत्र : डॉ. राममनोहर लोहिया संस्थान के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने होली पर बोनस देने के लिए बीते सप्ताह निदेशक सोनिया नित्यानंद को लिखित पत्र सौंपा है और दीवाली पर बोनस न आने की शिकायत करते हुए होली पर बोनस देने की बात कही है.

अस्पताल में सारी व्यवस्था अव्यवस्थित : महानगर स्थित भाऊराव देवरस अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं हो रहा है. अस्पताल परिसर में जगह-जगह बायोमेडिकल वेस्ट बिखरा पड़ा है. इस्तेमाल वॉयल, सिरिंज, खून से सनी रूई-पट्टी व खून आदि फर्श पर बिखरा रहता है. ऐसे में मरीज व तीमारदारों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. डॉक्टर व कर्मचारी भी संक्रमण की जद में आ सकते हैं. यहां ओपीडी में रोजाना 1500 से अधिक मरीज आते हैं. मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए अस्पताल में नियमों का पालन नहीं हो रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि सिरिंज व दूसरे अस्पताली कचरे का नियमानुसार निस्तारण होना चाहिए. इसमें चूक से दूसरे लोग संक्रमण की जद में आ चुके हैं. हेपेटाइटिस, एचआईवी जैसे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है.

केजीएमयू के नर्सिंग विभाग में मनाया गया जागरूकता अभियान.
केजीएमयू के नर्सिंग विभाग में मनाया गया जागरूकता अभियान.
केजीएमयू के नर्सिंग विभाग में मनाया गया जागरूकता अभियान : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उप्र लखनऊ के डीन स्टूडेंट वेलफेयर एवं नर्सिंग विभाग के द्वारा शनिवार को कलाम सेंटर भवन, केजीएमयू में मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम में प्रो. पुष्पलता शंखवार, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, केजीएमयू ने यह बताया कि माहवारी एक प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है, जिसे न छिपाने की जरूरत है और न शर्म करने की जरूरत है. इस विषय पर चर्चा एवं जागरूकता फैलाने की अति-आवश्यकता है.प्रो. रेखा सचान, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, केजीएमयू ने माहवारी से सम्बन्धित गलत धारणाएं, जैसे मन्दिर न जाना, आचार न खाना और न छूना, बालिकाओं को स्कूल न जाने देने पर प्रकाश डाला एवं कहा कि यह सभी गलत धारणाएं हैं, क्योंकि माहवारी महिलाओं के लिए अत्यधिक आवश्यक है. माहवारी स्वच्छ एवं सुरक्षित हो इसके लिए आवश्यक है कि शौचालय, साबुन एवं पानी तथा सस्ते एवं स्वच्छ सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराए जाएं. कार्यक्रम में प्रो. एके त्रिपाठी, डीन एकैडमिक्स, प्रो. आरएन श्रीवास्तव, डीन स्टूडेंट वेलफेयर, प्रो. पुनीता मानिक, डीन, कालेज आफ नर्सिंग, डॉ. रीना राज, प्रधानाचार्या, नर्सिंग कालेज, जालौन एवं NiiNE FOUNDATION के प्रतिनिधि आकाश शुक्ला भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में लगभग 250 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया. NINE FOUNDATION की ओर से कार्यक्रम के दौरान उपस्थित समस्त छात्र-छात्राओं को निशुल्क सैनिटरी नैपकिन वितरित किए गए.

यह भी पढ़ें : Traffic diversion in Lucknow: होलिका दहन और शब-ए-बरात पर लखनऊ में ट्रैफिक डायवर्जन

लखनऊ : भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय इन दिनों खुद वेंटीलेटर पर है. यहां आने वाले मरीजों को इलाज मिलने में अड़चन आ रही है. इसकी वजह यह है कि तीन इमरजेंसी मेडिकल अफसर में दो मेडिकल अफसर छुट्टी पर चली गई हैं. ऐसे में इमरजेंसी का संचालन किसी तरह किया जा रहा है. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि वैकल्पिक व्यवस्था के तहत इमरजेंसी का संचालन किया जा रहा है.

भाऊराव देवरस संयुक्त चिकित्सालय 100 बेड का अस्पताल है. यहां पर करीब 15 डॉक्टर तैनात हैं. इमरजेंसी में हर दिन करीब आठ से 10 नए मरीज भर्ती हो रहे हैं. हालांकि इमरजेंसी मेडिकल अफसर का यहां पर संकट खड़ा हो गया है. तीन ईएमओ में से दो महिला ईएमओ चाइल्ड केयर लीव पर चली गई है. ऐसे में इमरजेंसी संचालन के लिए दूसरे विशेषज्ञों की ड्यूटी लगाई जा रही है. विशेषज्ञ इमरजेंसी ड्यूटी करने बाद ओपीडी नहीं कर पा रहे हैं या दूसरे दिन अवकाश ले रहे हैं. ऐसे में मरीजों का इलाज बाधित हो रहा है. अस्पताल सीएमएस डॉ. आरसी सिंह के मुताबिक इमरजेंसी का संचालन बाधित न हो इसके लिए अस्पताल के दूसरे विशेषज्ञों की ड्यूटी लगाई जा रही हैं.

कर्मचारियों का अस्पताल प्रशासन ने काटा वेतन : सिक्योरिटी गार्डों को काट-पीट कर वेतन दिया जाता है. दीपावली और होली का बोनस भी हक से छीन लिया गया है. केजीएमयू में करीब 5500 सिक्योरिटी गार्ड कार्यरत हैं. जिन्हें दीपावली में बोनस नहीं मिला था. होली में मिलने की उम्मीद थी, लेकिन अब तक बोनस नहीं आया है. केजीएमयू में केके मैनपॉवर, अरुणोदय सिक्योरिटी एजेंसी, स्पार्टा सिक्योरिटी एजेंसी ठेके पर कर्मचारियों की आपूर्ति करती है. करीब 14 वर्ष से केजीएमयू में सेवा कर रहे सिक्योरिटी गार्ड एसई तिवारी का कहना है दीवाली पर बोनस नहीं मिला था, लेकिन होली पर उम्मीद थी, लेकिन अब तक नहीं मिला. ज्यादा कुछ कहने पर नौकरी से निकालने की धमकी दी जाती है. यहां किसी भी अधिकारी से कहने का कोई फायदा नहीं है. कर्मचारियों की कहीं कोई सुनवाई नहीं है.

लोहिया कर्मचारियों ने लिखा पत्र : डॉ. राममनोहर लोहिया संस्थान के आउटसोर्सिंग कर्मचारियों ने होली पर बोनस देने के लिए बीते सप्ताह निदेशक सोनिया नित्यानंद को लिखित पत्र सौंपा है और दीवाली पर बोनस न आने की शिकायत करते हुए होली पर बोनस देने की बात कही है.

अस्पताल में सारी व्यवस्था अव्यवस्थित : महानगर स्थित भाऊराव देवरस अस्पताल में बायोमेडिकल वेस्ट का सही तरीके से निस्तारण नहीं हो रहा है. अस्पताल परिसर में जगह-जगह बायोमेडिकल वेस्ट बिखरा पड़ा है. इस्तेमाल वॉयल, सिरिंज, खून से सनी रूई-पट्टी व खून आदि फर्श पर बिखरा रहता है. ऐसे में मरीज व तीमारदारों में संक्रमण का खतरा बढ़ गया है. डॉक्टर व कर्मचारी भी संक्रमण की जद में आ सकते हैं. यहां ओपीडी में रोजाना 1500 से अधिक मरीज आते हैं. मरीजों को संक्रमण से बचाने के लिए अस्पताल में नियमों का पालन नहीं हो रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि सिरिंज व दूसरे अस्पताली कचरे का नियमानुसार निस्तारण होना चाहिए. इसमें चूक से दूसरे लोग संक्रमण की जद में आ चुके हैं. हेपेटाइटिस, एचआईवी जैसे संक्रमण होने का खतरा बढ़ जाता है.

केजीएमयू के नर्सिंग विभाग में मनाया गया जागरूकता अभियान.
केजीएमयू के नर्सिंग विभाग में मनाया गया जागरूकता अभियान.
केजीएमयू के नर्सिंग विभाग में मनाया गया जागरूकता अभियान : किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय, उप्र लखनऊ के डीन स्टूडेंट वेलफेयर एवं नर्सिंग विभाग के द्वारा शनिवार को कलाम सेंटर भवन, केजीएमयू में मासिक धर्म के दौरान स्वच्छता एवं स्वास्थ्य पर जागरूकता कार्यक्रम का आयोजित हुआ. इस कार्यक्रम में प्रो. पुष्पलता शंखवार, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, केजीएमयू ने यह बताया कि माहवारी एक प्राकृतिक शारीरिक प्रक्रिया है, जिसे न छिपाने की जरूरत है और न शर्म करने की जरूरत है. इस विषय पर चर्चा एवं जागरूकता फैलाने की अति-आवश्यकता है.प्रो. रेखा सचान, स्त्री एवं प्रसूति रोग विभाग, केजीएमयू ने माहवारी से सम्बन्धित गलत धारणाएं, जैसे मन्दिर न जाना, आचार न खाना और न छूना, बालिकाओं को स्कूल न जाने देने पर प्रकाश डाला एवं कहा कि यह सभी गलत धारणाएं हैं, क्योंकि माहवारी महिलाओं के लिए अत्यधिक आवश्यक है. माहवारी स्वच्छ एवं सुरक्षित हो इसके लिए आवश्यक है कि शौचालय, साबुन एवं पानी तथा सस्ते एवं स्वच्छ सैनिटरी नैपकिन उपलब्ध कराए जाएं. कार्यक्रम में प्रो. एके त्रिपाठी, डीन एकैडमिक्स, प्रो. आरएन श्रीवास्तव, डीन स्टूडेंट वेलफेयर, प्रो. पुनीता मानिक, डीन, कालेज आफ नर्सिंग, डॉ. रीना राज, प्रधानाचार्या, नर्सिंग कालेज, जालौन एवं NiiNE FOUNDATION के प्रतिनिधि आकाश शुक्ला भी उपस्थित थे. कार्यक्रम में लगभग 250 छात्र-छात्राओं ने प्रतिभाग किया. NINE FOUNDATION की ओर से कार्यक्रम के दौरान उपस्थित समस्त छात्र-छात्राओं को निशुल्क सैनिटरी नैपकिन वितरित किए गए.

यह भी पढ़ें : Traffic diversion in Lucknow: होलिका दहन और शब-ए-बरात पर लखनऊ में ट्रैफिक डायवर्जन

Last Updated : Mar 6, 2023, 8:12 AM IST
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