लखनऊ: वैश्विक महामारी कोविड-19 के चलते पूरी दुनिया से हज पर जाने वाले हज यात्री इस वर्ष हज के सफर पर नहीं जा सकेंगे. सऊदी अरब हुकूमत ने सऊदी में रह रहे दूसरे देशों के लोगों और सऊदी नागरिकों को ही केवल इस वर्ष हज करने की इजाजत दी है. वहीं हज के सफर की तैयारी कर चुके हज आवेदक इस वर्ष हज पर नहीं जा सकने के कारण मायूस हैं. मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने हज आवेदकों से मायूस नहीं होने की बात कही है. उन्होंने कहा कि हज आवेदकों को उनकी नीयत का पूरा सवाब मिलेगा.
मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि यह अफसोस की बात है कि इस बार लोग आजादी से हज करने नहीं जा पा रहे हैं, लेकिन यह खुशी की बात है कि हज रद्द नहीं हुआ है. जो लोग सऊदी में पहले से मौजूद है, वे लोग हज अदा कर सकेंगे. उन्होंने कहा कि हर साल की तरह लाखों लोग इस वर्ष हज नहीं कर पाएंगे, लेकिन जो लोग हज करने जा रहे थे और पूरी नीयत के साथ तैयारी कर चुके थे, उनको उनकी नीयत का सवाब जरूर मिलेगा.
मौलाना खालिद रशीद ने कहा कि पैगम्बर-ए-इस्लाम ने फरमाया है कि तुम्हारे अमाल का दारोमदार तुम्हारी नीयत पर है. उन्होंने कहा कि सभी को नीयत करना चाहिए कि अगले साल वह लोग हज करने ज़रूर जाएंगे. मौलाना खालिद रशीद फरंगी महली ने कहा कि जो लोग इस वर्ष हज करने से वंचित रह जाएंगे, उनको इस वर्ष हज के दिन यानी की यौमे अरफ़ा पर अपने मुल्क में रहते हुए ही पूरे दिन इबादत करनी चाहिए और रोजा रखकर खूब दुआएं करें.
मौलाना ने कहा कि हज का दिन बेहद मुबारक और मुकद्दस है. इस दिन अल्लाह हर दुआ कुबूल करता है. लिहाजा इस दिन लोगों को कोविड-19 से निजात के लिए विशेष दुआएं करनी चाहिए, जिससे पूरी दुनिया से इस महामारी का खात्मा हो सके.
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