लखनऊ: राजधानी के किसान सब्जियों की खेती के लिए गोबर की खाद का प्रयोग करते हैं. वे लोग खेती में गोबर का प्रयोग करके अधिक मुनाफा तो कमाते ही हैं, साथ ही लोगों के स्वास्थ्य का ख्याल भी रखते हैं. किसानों ने बताया कि हम खेती के लिए केमिकल का इस्तेमाल कम करते हैं और कन्वेंशनल मैथर्ड से ही खेती करते हैं.
देश के अन्नदाता कहे जाने वाले किसान देश की रीड़ की हड्डी होते हैं, लेकिन अन्नदाताओं की हालत देश में किसी से छुपी नहीं है. वहीं बहुत से ऐसे किसान हैं जो सब्जियों की खेती कर अधिक लाभ कमा रहे हैं. किसानों का कहना है कि रासायनिक उर्वरकों का कम इस्तेमाल करके जैविक उर्वरकों का इस्तेमाल करना उनके लिए फायदेमंद है.
अच्छा कमा लेते हैं मुनाफा
ईटीवी भारत की टीम राजधानी सेरथुवा गांव पहुंची. यहां सब्जियों की खेती करने वाले किसानों से हमने बात की. किसानों ने बताया कि वह सब्जियों की खेती कर अच्छा लाभ कमा रहे हैं. किसानों का कहना है कि उन्होंने अब रासायनिक खाद का इस्तेमाल करना बंद कर दिया है. किसान जैविक खादों का इस्तेमाल कर खेतों में अच्छी पैदावार करते हैं, जिससे उन्हें बहुत लाभ मिलता है.
इंटरनेट से लेते हैं मदद
किसानों ने बताया कि फसल का दाम अगर अच्छा नहीं भी मिल रहा है. तब भी उन्हें नुकसान नहीं होता है. वही अच्छे दाम मिलने पर उनका फायदा 10 गुना बढ़ जाता है. किसानों ने कहा कि वह इतने पढ़े-लिखे तो नहीं हैं, लेकिन आधुनिकता के युग में इंटरनेट की मदद और लोगों से बात करके अच्छी पैदावार करते हैं. इससे उन्हें अधिक मुनाफा मिलता है.
वैज्ञानिक तरीके से करते हैं खेती
आधुनिकता के युग में हम जैसे-जैसे आगे बढ़ते जा रहे हैं. हमारे कामकाज के तरीके भी बदलते जा रहे हैं. जिसका फायदा राजधानी के किसान भी ले रहे हैं. आधुनिक तरीके से खेती करके किसान अधिक मुनाफा कमाते हैं. किसानों का कहना है कि वह आवश्यकता अनुसार ही उर्वरकों का इस्तेमाल करते हैं. वहीं ज्यादातर जैविक खाद के इस्तेमाल और वैज्ञानिक तरीके से खेती करने में उन्हें फायदा मिल रहा है.