लखनऊ: राजधानी में होम क्वारंटाइन के नाम पर बेवजह बाहर घूमने वाले कोरोना संक्रमितों को लेकर राजधानी का जिला प्रशासन बेहद सख्त हो गया है. जिला प्रशासन अब ऐसे संक्रमितों पर कड़ी निगरानी रखने जा रहा है, जिससे संक्रमण और ज्यादा न फैले.
लखनऊ के जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने बताया कि सभी होम क्वारंटाइन वालों की लोकेशन की कड़ी निगरानी रखी जाएगी. होम क्वारंटाइन के लिए भी मानक तय कर दिए गए हैं. सभी को इनका पालन करना अनिवार्य होगा. डीएम ने बताया कि जो लोग होम क्वारंटाइन रहेंगे, उन्हें एक घोषणा पत्र देना होगा कि उनके कमरे से सटा एक बाथरूम और एक जरूरी किट की व्यवस्था की गई है.
डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा यदि किसी ऐसे मरीज ने गलत जानकारी दी तो उसके खिलाफ एपिडेमिक एक्ट के तहत कड़ी कार्रवाई की जाएगी. डीएम ने बताया कि कोविड की जांच के बाद संबंधित व्यक्ति फोन जरूर खुला रखें, जिससे उन्हें प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराई जा सके. उन्होंने कहा कि सुविधा के लिए किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी से इंटर्न्स भी बुलाए गए हैं, जो हॉस्पिटल और होम क्वारंटाइन मरीजों की देखभाल करेंगे.
डीएम अभिषेक प्रकाश ने डोर-टू-डोर सर्विलांस के कार्यों में तेजी लाने के निर्देश दिए. इसके साथ-साथ उन्होंने कहा सभी रोगियों से एक ऑनलाइन फॉर्म भरवाया जाए, जिससे उनका टाइम रिकॉर्ड दर्ज हो और उन्हें उपचार मिलने में कोई परेशानी न हो. राजधानी में कोरोना संक्रमितों के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. रविवार को राजधानी में 449 मामले कोरोना पॉजिटिव के आए हैं. वहीं 580 मरीज डिस्चार्ज हुए हैं.