महराजगंज: यूपी के महराजगांज जिले के पनियरा थाना क्षेत्र के ग्राम पंचायत नरकटहां में 29 वर्षीय युवा नेता धर्मात्मा निषाद ने अपने घर में आत्महत्य कर लिया. धर्मात्मा निषाद पिछले दस वर्षों से एक राजनीतिक पार्टी से जुड़े थे और विभिन्न पदों पर कार्य कर चुके थे. उनकी मौत के बाद से इलाके में सनसनी फैल गई है. मौके में भारी संख्या में लोग इकट्ठा हो गए हैं. पुलिस मौके पर पहुंचकर तुरंत गोरखपुर के पीपीगंज कस्बे में डॉक्टर के पास ले गए जहां उनको मृत घोषित कर दिया गया.
आखिरी पोस्ट में लगाए गंभीर आरोप
मृतक धर्मात्मा निषाद ने अपनी अंतिम पोस्ट में बड़े राजनीतिक नेताओं पर षड्यंत्र रचने, मानसिक रूप से प्रताड़ित करने और फर्जी मुकदमों में फंसाने के गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने लिखा कि वे समाज के शोषित, वंचित और निर्बलों की लड़ाई लड़ते रहे, जिससे राजनीतिक और सामाजिक दुश्मन बन गए. उन्होंने पोस्ट में यह भी कहा कि "मैं अपनी जिंदगी की लड़ाई हार गया, माफ करना मां, पत्नी, अंजली, भैया, दीदी..."
परिजनों ने शव रखकर किया प्रदर्शन
मृतक धर्मात्मा के बड़े भाई परमात्मा निषाद ने दोषियों पर कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि जब तक नामजद मुकदमा दर्ज नहीं होगा, वे शव नहीं उठाने देंगे. उन्होंने पुलिस कप्तान को मौके पर बुलाने की भी मांग की है. बताया जा रहा है कि धर्मात्मा निषाद ने दो साल पहले गांव की ही एक लड़की से प्रेम विवाह किया था. उनकी नौ महीने की एक बेटी भी है. उनकी मौत से परिवार सदमे में है, पत्नी अंजली सहित परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है.
मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को समझा बुझाकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. पुलिस सभी एंगल से मामले की जांच में जुटी है. प्रभारी निरीक्षक पनियरा पुलिस बल के साथ मौके पर मौजूद हैं. घटना को लेकर स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है.
धर्मात्मा निषाद आत्महत्या मामले पर बोले मंत्री संजय निषाद
वहीं धर्मात्मा निषाद के आत्महत्या मामले पर योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद ने बयान जारी करते हुए कहा कि, धर्मात्मा निषाद पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे. जिनके आत्माहत्या किए जाने से स्तब्ध हूं. धर्मात्मा का निधन मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. मैंने हमेशा धर्मात्मा का अपने स्तर से हर संभव सहयोग किया है. लेकिन इस दौरान धर्मात्मा निषाद के सोशल मीडिया अकॉउंट से मेरे और मेरे परिजनों के खिलाफ एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से असत्य टिप्पणी की गई है. मुझे पूरा भरोसा है कि धर्मात्मा ये कभी नहीं कर सकते. इस पोस्ट के जरिये मेरी और मेरे परिवार के साथ मेरी पार्टी की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है. इसलिए मैं इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच चाहता हूं. ताकि सच सामने आए कि आखिर धर्मात्मा ने किन प्रस्थितियों में ये कदम उठाया और किस व्यक्ति द्वारा ये पोस्ट कर हम सबकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया.
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