लखनऊ: उत्तर प्रदेश के ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा (Energy Minister Arvind Kumar Sharma) ने प्रदेश की जनता से वादा किया है कि इस साल उन्हें निर्बाध विद्युत आपूर्ति मिलेगी. उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश तेज़ी से 24×7 निर्बाध, सस्ती व रोस्टर फ्री बिजली देने की तरफ आगे बढ़ रहा है. ऊर्जा मंत्री नववर्ष के पहले दिन विद्युत उपभोक्ताओं को एकमुश्त समाधान योजना की अवधि को 16 जनवरी तक बढ़ाये जाने की खुशखबरी दी थी, तो वहीं दूसरे दिन भी लोगों को 24×7 निर्बाध विद्युत अपूर्ति के साथ ही सस्ती बिजली देने का भी वादा किया. ऐसे में अब प्रदेश के उपभोक्ताओं को पूरी उम्मीद है कि एकमुश्त समाधान योजना की तरह ही उन्हें यूपी में सस्ती बिजली का भी तोहफा जल्द मिलेगा, जिससे महंगाई के दौर में उनकी जेब का खर्च कुछ कम हो जाएगा.
उन्होंने कहा कि विद्युत आपूर्ति में यूपी देश में नंबर वन बना है यह क्रम जारी रहे, इसके लिए ऊर्जा विभाग ने प्रदेश में बिजली की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए कई कदम उठाये हैं.19 दिसम्बर को राज्य सभा में विद्युत आपूर्ति और उत्पादन के सम्बंध में पूछे गए सवाल के जवाब में केंद्रीय ऊर्जा मंत्री ने बताया था कि उत्तर प्रदेश वर्ष 2023 में मांग के सापेक्ष 28,284 मेगावाट की सर्वाधिक विद्युत आपूर्ति कर देश में प्रथम स्थान हासिल किया. पिछले वर्ष के अंत में 28 दिसम्बर को 500 मेगावाट सौर ऊर्जा 2.67 रुपये प्रति यूनिट की दर से खरीदने के लिए भारत सरकार की संस्था एसईसीआई से अनुबंध किया गया.
यह ऊर्जा प्रदेश को पहले की सरकारों की तरफ से किए गये अनुबंधों की अपेक्षा आधी क़ीमत पर मिलेगी. इससे हमारी पावर परचेज लागत में काफी कमी आएगी और ऊर्जा की औसत दर भी कम होगी, जिसका सीधा लाभ प्रदेश के उपभोक्ताओं को मिलेगा. उन्होंने बताया कि इसके अलावा वर्ष-2023 में 1400 मेगावाट पवन ऊर्जा की ख़रीद के लिए भी अनुबंध किया गया. 3500 मेगावाट सौर ऊर्जा और 2000 मेगावाट जल ऊर्जा ख़रीदने की प्रक्रिया भी शुरू की गई है. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि तापीय ऊर्जा के सभी घरेलू संयंत्रों को जल्दी पूरा करते हुए तापीय क्षमता को दोगुना करने का प्रयास भी लगातार जारी है.
इसके अंतर्गत ओबरा-सी की पहली यूनिट से 660 मेगावाट विद्युत उत्पादन शुरू हो गया है. इसी तरह जवाहरपुर की 2×660 मेगावाट के तापीय संयंत्र से शीघ्र ही विद्युत उत्पादन शुरू करने का कार्य चल रहा. ओबरा-डी की 2×800 मेगावाट के दो प्लांट और अनपरा में भी इसी क्षमता के बिल्कुल नये संयंत्र लगाने की प्रक्रिया शुरू है. पनकी में भी विद्युत इकाइयां चालू की जा रही हैं. ऊर्जा मंत्री ने बताया कि नवीन ऊर्जा के घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दिया जा रहा है. सौर ऊर्जा के अंतर्गत 7,000 मेगावाट विद्युत उत्पादन के लिए सोलर संयंत्र लगाये जाने का कार्य जारी है.
रूफटाप सोलर से भी 300 मेगावाट विद्युत उत्पादन शुरू हो चुका है, अन्य संयंत्रों पर भी कार्य युद्ध स्तर पर चल रहा है. सौर ऊर्जा को स्टोर करने के लिए पम्प स्टोरेज के लिए भी सरकार ने कदम बढ़ाया है. इसके अंतर्गत 12,000 मेगावाट पम्प स्टोरेज प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है. कहा कि किसानों को अप्रैल,2023 से जहां एक ओर नलकूप के बिल से मुक्ति दिलाई है, वहीं उन्हें और भी लाभ देने के लिए सौर ऊर्जा की तरफ़ ले जाने का प्रयास किया जा रहा है. किसानों के निजी नलकूपों का सोलराइजेशन का कार्य तेजी से चल रहा है. बायो ऊर्जा पर भी तेजी से कार्य चल रहा है.